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Himachal News: सेब के दाम में गिरावट से बागवानों को नुकसान, पिछले 15 दिन में 300 से 400 रुपये की कमी

हिमाचल प्रदेश के सेब की लाली पर खेल चल रहा है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों के सेब को व्यापारी स्टोर कर कम दाम पर खरीदकर लाखों रुपये कमा रहे हैं। प्रदेश व देश की अन्य मंडियों में सेब के दाम में 15 दिन में 300 से 400 रुपये प्रति पेटी की गिरावट आई है। सेब के दामों में गिरावट आने से बागवानों को नुकसान हो सकता है।

By Yadvinder Sharma Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 15 Sep 2024 02:50 PM (IST)
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इस वर्ष सेब 1300 से 1700 रुपये प्रति पेटी बिक रहा है

राज्य ब्यूरो, शिमला। सेब राज्य हिमाचल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों के सेब की लाली पर खेल चल रहा है। बागवानों की मानें तो ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब पर रंग के लिए स्प्रे नहीं होता है, बल्कि प्राकृतिक तौर पर आता है। ऐसे में ऊंचाई वाले क्षेत्रों के सेब को व्यापारी स्टोर कर कम दाम पर खरीदकर लाखों रुपये कमाते हैं।

प्रदेश व देश की अन्य मंडियों में सेब के दाम में 15 दिन में 300 से 400 रुपये प्रति पेटी की गिरावट आई है। लाभ के चक्कर में दाम गिराए जाते हैं, जिससे बागवानों को नुकसान हो रहा है।

हिमाचल से अभी तक 1.20 करोड़ से अधिक सेब की पेटियां देश की विभिन्न मंडियों में पहुंच चुकी हैं। हर दिन दो से ढाई लाख सेब की पेटियां देश की विभिन्न मंडियों में पहुंच रही हैं। प्रदेश में इस बार यूनिवर्सल कार्टन यानी फिक्सड कार्टन में 20 किलो सेब बिक रहा है।

इस वर्ष सेब 1300 से 1700 रुपये प्रति पेटी बिक रहा है, जबकि पिछले वर्ष 1500 से 2,000 रुपये प्रति पेटी बिका था। हिमाचल की साढ़े चार हजार करोड़ रुपये की आर्थिकी सेब से जुड़ी है। वर्ष 2021 में करीब 3,850 करोड़, 2022 में 4,150 करोड़, 2023 में 2,228 करोड़ रुपये का सेब का कारोबार हुआ था। 2024 में भी इसके कम रहने के आसार हैं।

सेब के दाम में गिरावट आई है। सेब को स्टोर कर अधिक दाम पर बेचा जाता है। लाभ के चक्कर में दाम गिराए जाते हैं। इससे बागवानों को नुकसान होता है।

-राजकुमार बींटा, पूर्व प्रधान बाघी पंचायत व प्रगतिशील बागवान।

यूनिवर्सल कार्टन के लागू होने से बागवानों को लाभ हुआ है और दामों में गिरावट आई है।

-जगत सिंह नेगी, बगावानी मंत्री।

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