Himachal Assembly Monsoon Session: हंगामेदार रहेगा विधानसभा मानसून सत्र, पूरी तैयारी में विपक्ष; 10 बैठकें होंगी आयोजित
Himachal Assembly Monsoon Session 2024 हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र इस बार हंगामेदार रहने वाला है। विपक्ष ने सत्र की पूरी तैयारी कर ली है। विधान सभा का मानसून सत्र 27 अगस्त से 9 सितंबर तक चलेगा। इस सत्र में कुल 10 बैठकें आयोजित की जाएंगी। विधानसभा सत्र के दौरान इस बार खूब नोक झोंक देखने को मिलेगी। जयराम ठाकुर ने कमर कस ली है।
विधायकों ने ऑनलाइन पूछे प्रश्न
27 अगस्त से 9 सितंबर तक चलेगा मानसून सत्र
हिमाचल प्रदेश विधान सभा का मानसून सत्र 27 अगस्त से 9 सितंबर तक चलेगा। इस सत्र में कुल 10 बैठकें आयोजित की जाएंगी। सत्र का शुभारंभ 27 अगस्त को सुबह 11:00 बजे विधानसभा के तीन पूर्व सदस्यों टेकचंद, नारायण सिंह स्वामी और दौलत राम चौधरी के निधन पर शोकोद्गार के साथ शुरू होगा। इस दौरान दो दिन गैर सरकारी दिवस होगा जिसमें विधायक अपने मसलों को नियम 101 के तहत चर्चा के लिए उठाएंगे।बजट सत्र में छह बागी विधायकों के निष्कासन
बल्क ड्रग पार्क व नौकरियों पर तपेगा सदन
विधानसभा सत्र के दौरान इस बार खूब नोक झोंक देखने को मिलेगी। जिसका सबसे बड़ा कारण कांग्रेस के दो बागी विधायकों के पाला बदलने के बाद भाजपा विधायक के तौर पर पहली बार सदन में आना। कर्मचारियों द्वारा डीए और वित्तीय लाभ को लेकर अफसरों से लेकर सरकार पर हुए हमलों को विधानसभा में उठाने की तैयारी है।विधानसभा सत्र के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। जो प्रश्न पूछे गए हैं उनका जवाब दिया जाएगा। कठिन वित्तीय संकट के बावजूद विकास को गति देने के साथ वादों को पूरा कर रही है।कांग्रेस की पहली गारंटी के तौर कर्मचारियों को ओपीएस दिया गया और अन्य वित्तीय लाभ भी दिए जा रहे हैं। -सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश
सोमवार को बुलाई दलीय बैठक
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि 842 प्रश्न पूछे गए हैं और सभी आनलाइन आए हैं। उन्होंने बताया कि सत्र के सुचारू संचालन तथा रचनात्मक सहयोग के लिए विधान सभा सचिवालय में 26 अगस्त को दलीय बैठक बुलाई है।यह भी पढ़ें: Himachal News: क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी मामले के आरोपियों को नहीं राहत, हाई कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका वर्तमान विधान सभा में सिर्फ दो दलों के सदस्य ही चुन कर आए हैं। इस बैठक में संसदीय कार्य मंत्री हर्ष बर्धन चौहान, नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, सरकारी उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया और सदस्य सुखराम चौधरी व विनोद कुमार शामिल होंगे।सरकार अपने वादों से पूरी तरह से मुकर रही है और कर्मचारियों को उनके वित्तीय लाभ नहीं दिए जा रहे हैं और कर्मचारियों को सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ रहा है। डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में ये हालात पैदा कर दिए हैं। जनता की आवाज को सदन में अंदर और बाहर उठाया जाएगा। -जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष