'मेरे घर की हो रही ड्रोन से निगरानी', जयराम ठाकुर के आरोपों CM सुक्खू का स्पष्ट जवाब- 'हमें जासूसी की जरूरत नहीं'
हिमाचल प्रदेश (Himachal News Hindi) विधानसभा में शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jai Ram Thakur) ने सुक्खू सरकार पर ड्रोन से निगरानी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके फोन भी टैप किया जा रहा है। यह मामला सदन में खूब गूंजा और इसको लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर आमने-सामने आ गए।
जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को ड्रोन से निगरानी का मामला सदन में गूंजा और इस मामले पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर आमने-सामने आ गए। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा में प्वाइंट ऑफ आर्डर के तहत मामला उठाते हुए कहा कि उनके आवास की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार सुबह चार बार उनके घर पर ड्रोन घूमता रहा और दरवाजे व खिड़कियों तक पहुंच गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब मालूम किया तो पता चला कि यह एसपी के आवास से संचालित हो रहा था। उन्होंने इस पर कड़ा ऐतराज जताया और इसे गंभीर मामला बताया। उन्होंने जानना चाहा कि यह कौन सा तरीका है कि किसी के घर की खिड़की तक की निगरानी हो और कौन वहां जा रहे हैं और किसकी कार खड़ी है, यह पता लगाया जा रहा है।
फोन भी हो रहे टैप: जयराम ठाकुर
जयराम ठाकुर ने कहा कि इससे पहले भी उनके घर के पास सादी वर्दी में लोग खड़े कर निगरानी रखी जा रही थी। उन्होंने कहा कि फोन भी टैप हो रहे हैं। अधिकारी अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं और यह सही नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह व्यक्ति के परिवार की निजता का हनन है और इसे सहन नहीं किया जा सकता। अधिकारी अपनी सीमाओं में रहकर काम करें। इस पर, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि वह इस मामले को देखेंगे। पठानिया ने कहा कि उन्होंने इस मामले का संज्ञान ले लिया है।यह भी पढ़ें: सीएम सुक्खू ने दी चेतावनी, कहा- लूहरी, सुन्नी और धौलासिद्ध बिजली परियोजनाओं का अधिग्रहण कर सकती है सरकार
कहीं ईडी या सीबीआई तो नहीं कर रही जांच: CM
प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्वाइंट ऑफ आर्डर के तहत इसका जवाब दिया। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सनसनी फैलाने की आदत है। उन्होंने कहा कि यह हिमाचल पुलिस नहीं है। कहीं, ईडी और सीबीआई तो यह काम नहीं करवा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह केंद्रीय एजेंसियों से पत्र लिखकर पूछेंगे और जानकारी लेंगे और इसकी भी जांच करवाएंगे।अधिकारी संलिप्त पाया गया तो करेंगे कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार जासूसी पर विश्वास नहीं रखती। सरकार नेता प्रतिपक्ष की सुरक्षा के प्रति चिंतित है, आपको सुरक्षा देनी होगी तो पुलिस की सुरक्षा देंगे, ड्रोन से निगरानी नहीं करेंगे। ड्रोन से कोई जासूसी नहीं की जा रही। सीएन ने कहा कि न ही कोई अधिकारी फोन टैप कर रहा है। यदि कोई अधिकारी इसमें संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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