'चुनाव के लिए पूंजीपतियों से कितना धन मिला', हिमाचल के मंत्रियों ने भाजपा नेताओं के आरोपों पर किया पलटवार
भाजपा द्वारा हिमाचल सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्यों से महाराष्ट्र चुनाव (Maharashtra Election) के लिए वसूली के आरोपों को हिमाचल के मंत्रियों ने बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता बताएं कि उन्हें चुनाव के लिए पूंजीपतियों से कितना धन मिला है। उन्होंने कहा कि वसूली का आरोप लगाने से पहले भाजपा नेताओं को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
राज्य ब्यूरो, शिमला। स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल और राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने जारी संयुक्त प्रेस बयान में केंद्रीय भाजपा नेताओं के हिमाचल को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद करार दिया है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के लिए हिमाचल सहित अन्य कांग्रेस शासित राज्यों से वसूली के आरोप लगाने वाले भाजपा नेता बताएं कि उन्हें चुनाव के लिए पूंजीपतियों से कितना धन मिला है।
मंत्रियों ने कहा कि चुनावी बॉन्ड के जरिए 6,060 करोड़ रुपये का सबसे ज्यादा चंदा भाजपा को मिला है। ऐसे में केंद्रीय भाजपा नेता वसूली के आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकें। देश का सर्वोच्च न्यायालय भी चुनावी बॉन्ड योजना को असंवैधानिक करार दे चुका है।
'चुनावों में कांग्रेस की जीत तय'
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, झारखंड और उप-चुनावों में पार्टी की जीत तय है और भाजपा के शासन से लोगों में गुस्सा है और इसका परिणाम 23 नवम्बर को सबके सामने होगा।
उन्होंने कहा कि हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा कर सत्ता में आई भाजपा सरकार ने युवाओं को रोजगार देने की बजाय उपलब्ध रोजगार भी छीन लिए। न लोगों के खाते में 15-15 लाख रुपए आए और न ही युवाओं को नौकरी मिली।
मंत्रियों ने कहा कि 22 माह के कार्यकाल में प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं हैं। अगर ऐसा होता तो केंद्र सरकार अपनी सभी कठपुतली जांच एजेंसियों के जरिए कार्रवाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ती।
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