हिमाचल में चुनावों को लेकर गरमाई राजनीति, लोस और विस के टिकटों में उलझी कांग्रेस; हमीरपुर में नए सिरे से होगा सर्वे
Himachal Election 2024 हिमाचल प्रदेश में चुनावों को लेकर राजनीति गरमाई है। लोकसभा और विधानसभा के टिकटों में कांग्रेस उलझ गई है। कांग्रेस में अभी कांगड़ा सीट को लेकर पेंच फंसा है। पार्टी यहां से ओबीसी ब्राहण या राजपुत को चुनावी उम्मीदवार बनाने में उलझी है। पार्टी ने एक राजपुत को पहले ही प्रत्याशी बनाया है। क्षेत्रीय व जातीय समीकरण क्या कहते हैं इसको लेकर सर्वे किया जा रहा है।
अनिल ठाकुर, शिमला। लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election 2024) से लेकर उपचुनावों (Assembly By-Election 2024) की टिकटों में कांग्रेस काफी उलझी दिख रही है। कांग्रेस ने शिमला व मंडी से प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर दिए हैं।
लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी ने हमीरपुर से सतपाल रायजादा का नाम फाइनल कर लिया है। कांग्रेस में अभी कांगड़ा सीट को लेकर पेंच फंसा है। पार्टी यहां से ओबीसी ब्राहण या राजपुत को चुनावी उम्मीदवार बनाने में उलझी है। पार्टी ने एक राजपुत को पहले ही प्रत्याशी बनाया है।
उपचुनावों के लिए गरमाई राजनीति
पार्टी के पास कांगड़ा में ओबीसी व राजपुत प्रत्याशी तो है, लेकिन ब्राहण प्रत्याशी की तलाश है। वहीं प्रदेश में 6 सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस में 6 में से 4 टिकटों को लेकर खींचतान चली हुई है।जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली इन 4 सीटों पर प्रत्याशियों के चयन से पहले एक और सर्वे शुरू कर दिया है। स्क्रीनिंग कमेटी ने जो नाम शॉर्ट लिस्ट किए थे उनमें से कितने जिताऊ उम्मीदवार है, इनका जनाधार कितना है।
धर्मशाला और कुटलैहड़ विधानसभा सीटों पर बनी सहमति
क्षेत्रीय व जातीय समीकरण क्या कहते हैं इसको लेकर यह सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद ही टिकटों पर मुहर लगेगी। हालांकि धर्मशाला और कुटलैहड़ विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर सहमति बन चुकी है। बीते दिनों दिल्ली में आयोजित केंद्रिय चुनाव समिति की बैठक में भी इन सीटों को लेकर चर्चा की गई थी। जिसमें दोबारा से सर्वे की बात कही गई। सूत्रों के मुताबिक पार्टी का यह आंतरिक सर्वे शुरू हो चुका है। 18 या 19 तक टिकटें फाइनल हो सकती है।हमीरपुर व कांगड़ा संसदीय क्षेत्रों की टिकटों पर पेंच
हमीरपुर व कांगड़ा संसदीय क्षेत्रों की टिकटों पर भी कांग्रेस में पेंच फंसा हुआ है। दोनों ही संसदीय क्षेत्रों में कांग्रेस नए उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से पूर्व मंत्री आशा कुमारी का नाम फाइनल हो गया था।यह भी पढ़ें: Himachal Day 2024: हिमाचल दिवस पर जयराम ने दी प्रदेशवासियों को बधाई, केंद्र सरकार की गिनवाईं उपलब्धियां
लेकिन कांग्रेस चंबा के बजाए कांगड़ा जिला से किसी को प्रत्याशी बनाना चाहती है। बताया जा रहा है कि बैठक में एक बड़े नेता ने ही आशा के नाम का विरोध किया था। क्षेत्रीय व जातीय समीकरणों को देखते हुए अब आशा कुमारी के अलावा जगजीवन पाल, डॉ. राजेश और रघुवीर सिंह बाली के नाम पर भी मंथन किया जा रहा है।
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