Shimla News: 'आपदा में हमने बसाए 25 हजार परिवार, BJP ने सिर्फ की राजनीति...'; सुक्खू ने केंद्र पर साधा निशाना
Shimla Politics News हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में आई आपदा में केंद्र सरकार ने सिर्फ राजनीति की है। भाजपा विधायक तीन दिन तक बड़ी-बड़ी बातें करते रहे। कांग्रेस ने 25 हजार परिवार बसाए हैं। भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भू-स्खलन ने जन-जीवन तथा संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया।
राज्य ब्यूरो, शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhu) ने कहा है कि वर्तमान राज्य सरकार ने बिना केंद्र सरकार की मदद के आपदा प्रभावित 25 हजार से अधिक परिवारों को बसाया, जबकि भाजपा नेताओं ने आपदा में भी राजनीति की। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने बीते वर्ष बरसात के मौसम में अभूतपूर्व प्राकृतिक आपदा का सामना किया। भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भू-स्खलन ने जन-जीवन तथा संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया।
केंद्र ने नहीं दी कोई स्पेशल राहत राशि: सीएम सुक्खू
राज्य सरकार ने प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए सीमित आर्थिक संसाधनों के बावजूद 4500 करोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज जारी किया। प्रदेश में आई अभूतपूर्व आपदा के बावजूद केंद्र सरकार ने आपदा प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने एवं उनके पुनर्वास के लिए कोई विशेष आर्थिक पैकेज नहीं दिया। इस आपदा के दौरान हिमाचल प्रदेश के भाजपा नेताओं का राज्य विरोधी चेहरा देखने को मिला।
भाजपा विधायक करते हैं बड़ी-बड़ी बातें: मुख्यमंत्री
सुक्खू ने कहा कि प्रभावित परिवारों की मदद करने की बजाय भाजपा नेता केंद्र सरकार की आर्थिक मदद रुकवाने के लिए रोड़े अटकाते रहे। जब विधानसभा में हिमाचल प्रदेश की आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए राज्य सरकार प्रस्ताव लेकर आई तो भाजपा विधायक तीन दिन तक बड़ी-बड़ी बातें करते रहे। लेकिन जब प्रस्ताव के पक्ष में वोट करने की बारी आई तो भाजपा विधायक प्रस्ताव के विरोध में खड़े हो गए।यह भी पढ़ें: 'कारण बताओ...', हिमाचल में इस्तीफा देने वाले तीन निर्दलीय MLA को विधानसभा अध्यक्ष ने जारी किया नोटिस
भाजपा का शक जान चुकी है जनता: कांग्रेस
भाजपा नेताओं की कथनी और करनी लोगों के सामने आ चुकी है और भाजपा नेताओं का सच राज्य की जनता जान चुकी हैं। वहीं, प्रदेश सरकार ने अपने सीमित संसाधनों से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त घर के पुनर्निर्माण के लिए सहायता राशि को 1.30 लाख से बढ़ाकर 7 लाख रुपये, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कच्चे घरों के लिए सहायता राशि को 6 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये, दुकान या ढाबे के नुकसान पर सहायता राशि को 25 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये और गौशालाओं को नुकसान होने पर सहायता राशि को 3 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये किया गया है।यह भी पढ़ें: मंडी सीट पर ठाकुर बनाम ठाकुर... कंगना के सामने क्या प्रतिभा सिंह को उतारेगी कांग्रेस, अगले फैसले का सभी को इंतजारउन्होंने कहा कि सरकार आपदा प्रभावितों को किराए के रूप में ग्रामीण क्षेत्रों में 5 हजार रुपये और शहरी क्षेत्रों में 10 हजार रुपये प्रतिमाह प्रदान कर रही है। इसके अलावा राज्य सरकार आपदा प्रभावित परिवारों को सरकारी दरों पर निःशुल्क राशन, गैस कनेक्शन, निःशुल्क बिजली व पानी कनेक्शन और सरकारी दरों पर सीमेंट भी उपलब्ध करवा रही है। वर्तमान राज्य सरकार आम लोगों की सरकार है और जन सेवा ही एकमात्र उद्देश्य है।
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