दीवाली की मिठाइयां कहीं फीका न कर दें आपका त्योहार, हिमाचल में 10 मिठाइयों का सैंपल फेल
हिमाचल प्रदेश में त्योहारी सीजन में मिठाइयों की जांच के दौरान 250 सैंपल लिए गए जिसमें से 10 फेल पाए गए। रंगीन मिठाइयों और मिलावटी खोए से बनी मिठाइयों के सैंपल फेल हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को रंगीन मिठाइयों से परहेज करने की सलाह दी है। इनमें सिंथेटिक या रासायनिक रंगों के अवशेष पाए गए हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
राज्य ब्यूरो, शिमला। प्रदेश में विभिन्न जिलों में त्योहारी सीजन के दौरान कानूनी तौर पर जांच के लिए एक सप्ताह के दौरान मिठाइयों के 250 सैंपल लिए गए हैं। जिसमें से करीब 10 सैंपल फेल हुए हैं।
इन फेल पाए गए सैंपल में जो मिठाइयां उचित नहीं पाई गई, उनमें रंगीन मिठाइयों के अलावा मिलावटी खोए से बनाई गई मिठाइयों के सैंपल फेल पाए गए हैं।
मिठाइयों में इस्तेमाल वाले रंग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को विशेष रूप से कहा कि रंगीन मिठाइयों का इस्तेमाल न करें ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाई गई हैं। कुछ मिठाइयों में सिंथेटिक या रासायनिक रंगों के अवशेष पाए गए हैं। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।यह भी पढ़ें- कुल्लू में प्राकृतिक आपदा में हुए नुकसान की होगी भरपाई, पुल और सड़कों की होगी मरम्मत के लिए 15 करोड़ जारीमिठाइयों में इस्तेमाल किए जाने वाले रंग मिठाई को आकर्षक बनाते हैं लेकिन ये सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं। कई बार ये रासायनिक रंग खाने योग्य नहीं होते और इन्हें लंबे समय तक खाने से स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती है। रंगों में कार्बन व भारी मेटल होते हैं, यह सेहत को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। इससे एलर्जी, और अस्थमा जैसी बीमारी भी देखने को पाई गई है।
जिला स्तर पर मिलावट खोया और मिठाइयों को किया गया नष्ट
स्वास्थ्य सुरक्षा और विनियम की जिला स्तर पर टीमें खाद्य पदार्थ जांच मोबाइल वैन के साथ सैंपल ले रहे हैं। इस संबंध में सैंकड़ों क्विंटल खोया और मिलावटी मिठाइयों को नष्ट किया गया है।मोबाइल वैन से मिलावट का पता लगाया जा सकता है लेकिन कानूनी आधार पर सैंपल नहीं लिए जा सकते हैं। प्रदेश में कंडाघाट में जांच को सैंपल भेजे जा रहे हैं, जहां से रिपोर्ट आ रही है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।