Himachal News: हिमाचल में 88 TGT की ज्वाइनिंग पर रोक, शिक्षा विभाग ने जारी किए निर्देश; ये है मुख्य कारण
Himachal News हिमाचल प्रदेश में शिक्षा विभाग ने 88 टीजीटी की ज्वाइनिंग पर रोक लगा दी है। पहले शिक्षा विभाग ने नियुक्ति दी थी। इसके साथ ही एक दिन बाद स्टेशन बदले गए थे। नियुक्ति देने से पहले ही लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लग गई थी। इसके बाद आचार संहिता हटने के बाद विभाग ने नियुक्तियां दी थी।
जागरण संवाददाता, शिमला। राज्य के सरकारी स्कूलों में नियुक्त 88 प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) की ज्वाइनिंग पर शिक्षा विभाग ने रोक लगा दी है। ये शिक्षक टीजीटी आर्ट्स श्रेणी के हैं। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। ज्वाइनिंग पर रोक लगाने के पीछे प्रशासनिक कारण बताया जा रहा है।
इन क्षेत्रों में होगी शिक्षकों की भर्ती
सरकार ने निर्णय लिया था कि बैचवाइज भर्ती होने वाले शिक्षकों की पहली पोस्टिंग दूरदराज क्षेत्रों या ऐसे स्कूलों में दी जाएगी, जहां पर पद रिक्त हैं। विभाग ने नियुक्ति आदेश जारी करते समय इसका ध्यान नहीं रखा। कुछ शिक्षकों को ऐसे स्कूलों में तैनाती दे दी, जहां पर पहले से शिक्षक कार्यरत था, जबकि कुछ स्कूल दूरदराज क्षेत्रों में नहीं हैं।
मामला ध्यान में आने के बाद शिक्षा विभाग ने उक्त शिक्षकों के आदेश में फेरबदल किया था। इन्हें पहले जो स्टेशन दिया गया था, उसके स्थान पर अन्य स्कूलों में ज्वाइन करने को कहा गया। इसका संशोधित आदेश भी जारी किया गया, लेकिन अब इस पर भी रोक लगा दी है।
1049 शिक्षकों को दी थी नियुक्ति
शिक्षा विभाग ने 1049 शिक्षकों को बैचवाइज नियुक्ति दी थी। गत सप्ताह इसके आदेश जारी किए गए थे। नवंबर 2023 में इन भर्तियों के लिए जिलास्तर पर काउंसलिंग करवाई गई थी। मार्च में इसका परिणाम घोषित किया था। नियुक्ति देने से पहले ही लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लग गई। अब आचार संहिता हटने के बाद विभाग ने नियुक्तियां दी।
यह भी पढ़ें: Himachal News: बलिदानी बेटे को नहीं सम्मान तो कारगिल पहुंचे परिजन, पिता ने कहा- यहां आते ही पुरानी यादें हो जाती हैं ताजा
पांच से 15 अगस्त तक प्रशिक्षण शिविर
नवनियुक्त शिक्षकों के लिए पांच से 15 अगस्त तक संबंधित जिला के शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसमें शिक्षकों को पढ़ाने की नई तकनीक के बारे में बताया जाएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।