Himachal Cloud Burst: हिमाचल में बादल फटने से आठ की मौत, 45 लोग अभी भी लापता; बड़े पैमाने पर खोज अभियान जारी
Cloud Burst in Himachal हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से मरने वालों की संख्या 8 पहुंच गई है। वहीं 45 लोग अभी भी लापता हैं। बड़े पैमाने पर बचाव अभियान जारी है। सीएम सुक्खू ने शुक्रवार को समेज का दौरा किया। साथ ही प्रभावित लोगों से बातचीत भी की। वहीं मंडी सांसद कंगना रनौत ने भी आपदा पर दुख जताया।
पीटीआई, शिमला। Himachal Cloud Burst: हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के बाद 45 से अधिक लोग लापता हैं। शुक्रवार को बचाव अभियान जारी है। कुल्लू जिले के निरमंड, सैंज और मलाणा क्षेत्रों, मंडी के पधर और शिमला जिलों के रामपुर में अचानक आई बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या आठ हो गई है। तीन शवों की बरामदगी कर ली गई है।
मंडी के राजबन गांव से मिले पांच शव
पांच शव मंडी के राजबन गांव में मिले। वहीं एक शव कुल्लू के निरमंड में और दो शव शिमला के रामपुर में मिले। राजबन में बरामद दो शवों की पहचान अमन (9) और आर्यन (8) के रूप में की गई है। लापता व्यक्तियों के रिश्तेदार घटनास्थल पर डेरा डाले हुए हैं और हर गुजरते घंटे के साथ उनकी उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं।
परिजनों ने बताया खौफनाक मंजर
एक रोती हुई महिला ने पीटीआई को बताया कि मेरे ससुर और सास के शव बरामद कर लिए गए हैं, लेकिन परिवार के और सदस्य अभी भी लापता है। वहीं एक अन्य ग्रामीण ने भी बताया कि मौत के डर से हम पूरी रात जागते रहे क्योंकि हम सुरक्षित रहने के लिए पहाड़ पर चढ़ गए।सीएम सुक्खू ने किया दौरा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के साथ स्थिति का जायजा लेने और पीड़ितों से बात करने के लिए शिमला और कुल्लू जिले की सीमा पर समेज का दौरा किया। कुल्लू के उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने शुक्रवार को कहा कि कुल्लू जिले के मणिकरण क्षेत्र में मलाणा बिजली परियोजना स्थल पर फंसे 33 लोगों को गुरुवार रात और आज सुबह बचाया गया।
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बारिश के कारण एक दीवार और सुरंग का रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया और बैराज में पानी घुस गया, लेकिन एनडीआरएफ और होम गार्ड की टीमें लोगों को बचाने में कामयाब रहीं।
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