Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Lok Sabha Election 2024: चाय पर चुनावी चर्चा... लाखों रुपये का खर्चा, प्रत्याशियों के हर खर्च पर चुनाव आयोग की नजर

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के दौरान प्रत्याशी अपने संसदीय क्षेत्रों में यहां की लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करते हैं। ऐसे में चाय-नाश्ते या फिर फूलों के हार जैसे तमाम खर्चे होते हैं। इन सभी खर्चों पर चुनाव आयोग पैनी नजर रखता है। आइए पढ़ते हैं चुनाव प्रचार के दौरान लोकसभा प्रत्याशी किस-किस प्रकार के खर्चे करते हैं।

By Gurpreet Cheema Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Fri, 17 May 2024 02:07 PM (IST)
Hero Image
Lok Sabha Election के दौरान चुनाव आयोग की सभी प्रत्याशियों पर रहती है नजर

अनिल ठाकुर, शिमला। चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के दिनों में चाय पर चर्चा खूब होती है। प्रदेश में 2019 के संसदीय चुनाव में कार्यकर्ता व नेता प्रत्याशियों की लाखों रुपये की चाय पी गए। कई प्रत्याशियों की चाय का खर्च लाखों में है तो कई प्रत्याशियों का चाय पर खर्च ही नहीं आया।

फूलों पर भी नेताओं ने हजारों रुपये खर्च किए हैं। प्रदेश में चार संसदीय सीटों पर चुनाव हो रहा है व छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव है। संभव है कि इस बार भी लाखों रुपये का खर्च चाय पर आएगा। यानी प्रत्याशियों को चाय खूब महंगी पड़ रही है।

चाय महंगी इसलिए भी है क्योंकि प्रत्याशियों के हर खर्च पर चुनाव आयोग की नजर रहती है। चुनाव संपन्न होने के बाद सभी प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार में कहां पर कितना पैसा खर्च किया, इसका पूरा ब्योरा चुनाव आयोग को देना पड़ता है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशियों ने कार्यकर्ताओं को लाखों रुपये की चाय पिलाई थी।

ये भी पढ़ें: Himachal में BJP ने पूर्व मंत्री रामलाल मार्कंडेय और राकेश चौधरी को दिखाया बाहर का रास्ता, पार्टी से निकालने की ये है वजह

जब रामलाल के कार्यकर्ता पी गए 2.57 लाख रुपये की चाय!

2019 के लोकसभा चुनाव में रामलाल ठाकुर ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ा था। चुनाव के दौरान रामलाल ने कार्यकर्ताओं की दिल खोलकर सेवा की। चुनाव आयोग को दिए ब्योरे के अनुसार उन्होंने दो लाख 57,942 रुपये की चाय, कोल्ड ड्रिंक व जूस कार्यकर्ताओं को पिलाया। फूल मालाओं पर उन्होंने 45,142 रुपये खर्च किए थे।

अनुराग ने पिलाई 1.24 लाख रुपये की चाय

इसी चुनाव में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर ने एक लाख 24550 रुपये की चाय, जूस व कोल्ड ड्रिंक पिलाया। फूलमालाओं पर 89,450 रुपये खर्च किए थे।

रामस्वरूप ने भी खूब की थी सेवा

मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी स्व. रामस्वरूप शर्मा ने भी चुनाव में कार्यकर्ताओं की खूब सेवा की थी। उन्होंने 67,410 रुपये की चाय, कोल्ड ड्रिंक व जूस कार्यकर्ताओं को पिलाया था। फूलमालाओं की खरीद पर 60,760 रुपये खर्च किए थे।

पवन काजल ने किया था कम खर्च

चाय, कोल्ड ड्रिंक व जूस पिलाने में पवन काजल अनुराग ठाकुर से काफी पीछे हैं। वर्तमान में पवन काजल कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक हैं। 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने कांग्रेस टिकट पर लड़ा था। चुनाव में उन्होंने 9,760 रुपये चाय व कोल्ड ड्रिंक पर खर्च किए थे। फूलमालाओं का खर्च उन्होंने चुनाव आयोग को नहीं दिया है।

आश्रय शर्मा ने भी खूब की सेवा

मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा ने लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं की खूब सेवा की थी। उन्होंने 26,040 रुपये चाय, जूस व कोल्ड ड्रिंक कार्यकर्ताओं को पिलाने पर खर्च किए थे। इसके अलावा फूलमालाओं पर 59,970 रुपये खर्च किए थे।

सुरेश कश्यप ने 1.31 लाख रुपये की चाय पिलाई

शिमला संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने कार्यकर्ताओं का खूब सत्कार किया था। 2019 के चुनाव में उन्होंने एक लाख 31908 रुपये चाय, कोल्ड ड्रिंक, जूस आदि पर खर्च किए थे। इसके अलावा 51,680 रुपये फूलों पर खर्च किए।

किशन कपूर ने चाय पर कम, फूलों पर ज्यादा किया खर्च

कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी किशन कपूर ने चाय, जूस व कोल्ड ड्रिंक पर 36,470 रुपये खर्च किए थे। फूलों की खरीद पर उन्होंने 51,235 रुपये खर्चे थे।

शांडिल ने नहीं दिया था चुनाव आयोग को ब्योरा

कर्नल धनीराम शांडिल ने 2019 का चुनाव शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस टिकट पर लड़ा था। आयोग को उन्होंने चाय, कोल्ड ड्रिंक के खर्च का ब्योरा नहीं दिया। हालांकि फूलमालाओं पर उन्होंने 1000 रुपये खर्च किए थे।

चुनाव में बढ़ जाता है फूलों का कारोबार

हर चुनाव में फूलों का कारोबार काफी बढ़ जाता है। नेताओं के स्वागत में काफी ज्यादा फूलों की मांग रहती है। इसलिए चुनाव सीजन फूलों का कारोबार करने वालों के लिए काफी फायदेमंद होता है।

ये भी पढ़ें: Exclusive Interview: 'एक भारत श्रेष्ठ भारत कहने वाले खींच रहे विभाजन की लकीरें', पढ़िए Anand Sharma का बेबाक इंटरव्यू