Shimla: संजौली में बनेगी राजधानी शिमला की पहली हाइड्रोलिक पार्किंग, पांच गुना वाहनों को किया जा सकेगा पार्क
Shimla शहर की पहली हाइड़्रोलिक पार्किंग का निर्माण संजौली कालेज में किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग मंत्री ने शहर का दौरा करते हुए इस पार्किंग की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए हैं। इस पार्किंग को बनाने का काम प्लान भी निगम ने करना शुरू कर दिया है। शहर में पार्किंग की समस्या को खत्म करने के लिए इसी दिशा में अगला प्लान इसके तहत ही तैयार किया जाना है।
शिमला, जागरण संवाददाता: शहर की पहली हाइड़्रोलिक पार्किंग का निर्माण संजौली कालेज में किया जाएगा। इसके लिए पिछले सप्ताह ही लोक निर्माण विभाग मंत्री ने शहर का दौरा करते हुए इस पार्किंग की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए हैं। ये पार्किंग संजौली क्षेत्र में बनाई जानी है। इस पार्किंग को बनाने का काम प्लान भी निगम ने करना शुरू कर दिया है।
शहर में पार्किंग की समस्या को खत्म करने के लिए इसी दिशा में अगला प्लान इसके तहत ही तैयार किया जाना है। इन पार्किंग की खासियत ये हैं कि जिन पार्किंगों में एक हजार वाहन पार्क किए जा सकते हैं। उन पार्किगों में पांच गुना वाहनों को पार्क किया जा सकेगा। इससे वाहन मालिकों को भी आसानी होगी। वाहन मालिक एक बार अपना वाहन पार्क कर टोकन नंबर लेने के बाद वापस जा सकेंगे। पार्किंग में वाहन को लेकर घूमने पार्क करने के लिए जगह तलाशने की भी आवश्यकता नहीं रहेगी। नगर निगम के आयुक्त भुपेंद्र अत्री ने कहा कि इस पर काम किया जाना प्रस्तावित है।
शहर में 80 हजार से ज्यादा वाहन, 10 हजार पार्किंग की क्षमता
शहर में वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। राजधानी में पंजीकृत वाहनों की संख्या 80 हजार है। शहर में वाहन पार्क करने की क्षमता 10 हजार वाहनों की भी नहीं हैं। इसलिए राजधानी में पार्किंंग सबसे गंभीर समस्या बनी है। इसे दूर करने के लिए अब काम किया जा रहा है।
इस दिशा में हाइड्रोलिक पार्किंग का निर्माण करने की दिशा में काम किया जाना प्रस्तावित है। शहर में लोगों के घरों के आगे वाहन पार्क करने के लिए लोहे के रैंप बना रखे हैं। इसके साथ ही शहर में बनी हुई 29 पार्किंग को अभी तक ठेकेदार ही नहीं मिल सके हैं।
अब मोबाइल से हो सकेगा निगम का हर काम
नगर निगम शिमला का हर काम आने वाले समय में मोबाइल एप से ही हो सकेगा। इसके लिए निगम प्रशासन ने अपने पुराने एप को अपडेट करने का फैसला लिया है। आयुक्त ने इस मसले पर आईटी विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इससे शहर में लोगों को अब मोबाइल पर ही निगम से जुड़े हर काम की सुविधा मिल जाएगा। आम शहरी को अपने काम के लिए निगम के कार्यालय आने की जरुरत नहीं रहेगी।