Hanuman Jayanti 2024: जाखू मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, इस रूप में भगवान हनुमान हैं विराजमान
हनुमान जयंती के मौके पर आज शिमला जिले के जाखू मंदिर में सुबह से ही श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। यहां पर सुबह चार बजे खोल कपाट। जिसके बाद भक्तों की एक लंबी कतारें देखने को मिली। बजरंगबली का शृंगार कर हवन किया गया। भक्तों द्वारा मंदिर में भजन व संकीर्तन किया गया। हनुमान जी की 108 फीट ऊंची मूर्ति को देखने काफी पर्यटक आते हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला। (Himachal Hindi News) शिमला के जाखू मंदिर में मंगलवार को हनुमान जयंती पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। मंदि में हजारों श्रद्धालु माथा टेकने मंदिर पहुंचे। श्रद्धालु सुबह से ही पहुंचना शुरू हो गए थे। मंदिर के कपाट सुबह चार बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे। इसके बाद बजरंगबली का शृंगार किया गया।
लोगों के साथ पर्यटक भी मंदिर में माथा टेकने पहुंचे
भगवान हनुमान के दर्शनों के लिए सुबह से श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण कतारें लगनी शुरू हो गई। स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी मंदिर में माथा टेकने के लिए पहुंचे। हिंदू पंचांग के अनुसार हनुमान जयंती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को आती है।
जाखू मंदिर ( Jakhoo Temple Hindi News) को पूरी तरह से फूलों से सजाया गया था। हनुमान जन्मोत्सव की शुरुआत हवन के साथ की गए। इसके बाद मंदिर आए श्रद्धालुओं को हलवे और रोट का प्रसाद बांटना शुरू किया। श्रद्धालुओं का कहना है कि हनुमान जयंती पर मंदिर में दर्शनों का सौभाग्य प्राप्त होने से काफी प्रसन्न हैं।
मंदिर में भजन व संकीर्तन से भगवान की महिमा का किया गुणगान
मंदिर में सुबह सात बजे आरती की गई। इसके बाद साढ़े नौ बजे हवन के बाद भगवान हनुमान को रोट और हलवे का भोग लगाया गया। मंदिर में भजन व संकीर्तन से भगवान की महिमा का गुणगान किया गया। इसके अलावा सुंदरकांड का पाठ किया गया।
यह भी पढ़ें: Himachal News: अगले 5 दिन तक पुलघराट के पास एनएच-21 पांच घंटे के लिए रहेगा बंद, इन रास्तों से होकर जाएंगी गाड़ियां
मंदिर में भक्तों के लिए जलेबी के स्टाल लगाए गए थे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंगलवार को रिज सहित अन्य स्थानों से सात स्पेशल टैक्सियां चलाई गई थी। टैक्सियों में आने-जाने के लिए दिनभर लोगों की भारी भीड़ लगी रही।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।