Heavy Rain in Himachal: बादल फटने व भूस्खलन के कारण 40 की मौत, 37 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका
बादल फटने और भूस्खलन के कारण सोमवार को 40 लोगों की मौत हो गई। जबकि 37 लोग अभी भी लापता हैं। शिमला के समरहिल में शिव बाड़ी मंदिर पर भूस्खलन में दबे पांच लोगों के शवों के निकाल दिया है। जबकि 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका है। छह लोग घायल हो गए हैं जिनका उपचार किया जा रहा है। संभावना है कि कुछ लोग सुरक्षित हैं।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Mon, 14 Aug 2023 05:23 PM (IST)
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश में बादल फटने (Cloud Bust in Himachal) और भूस्खलन के कारण सोमवार को 40 लोगों की मौत (40 People Died in Landslide) हो गई। जबकि 37 लोग अभी भी लापता (More than 37 People Missing) हैं। शिमला के समरहिल में शिव बाड़ी मंदिर (Shiv Badi Temple)पर भूस्खलन में दबे पांच लोगों के शवों के निकाल दिया है। जबकि 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका है।
छह लोग घायल हो गए हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। संभावना है कि कुछ लोग सुरक्षित हैं। लोगों को निकालने का काम जारी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू भी मौके पर पहुंचे और वहां चलाए जा रहे अभियान कlा भी जायजा लिया। उधर शिमला की एक अन्य घटना में फागली में पेड़ गिरने से चार लोगों की मौत और आठ घायल हो गए। मंडी जिला में अब तक 14 मौतें, 12 लोग लापता है।
हमीरपुर में तीन मौतें
द्रंग के चलाहर गांव में मलबे में दबने से सात लोगों की मौत और नौ मील में चार मजदूर दब गए तीन ने भागकर जान बचाई। मंडी के सात मील में बादल फटने से दो गाड़ियां बहीं, 15 लोग फंसे। सोलन के ममलीग में बादल फटने से दो घर बहे जिसमें सात लोगों की मौत हो गई जबकि दो को सुरक्षित बचाया गया। हमीरपुर में तीन मौतें, दो लापता। सिरमौर और चंबा जिलों में दबने से एक व्यक्ति की मौत हुई है।करोड़ों का नुकसान
मंडी की बल्ह घाटी में लगभग 100 गांवों में पानी भर गया। मंडी शहर में 12 घर भूस्खलन की चपेट में आए। नाहन के कंडईवाला में बादल फटने से आए मलबे में महिला दबी, 14 वाहन बह गए। कांगड़ा जिला में रानीताल के पास समाचार पत्रों की गाड़ी पर मलबा गिरा, चालक की मौत। यह गाड़ी दैनिक जागरण के समाचार पत्र लेकर ऊना जा रही थी। हिमाचल प्रदेश में बीते तीन दिनों से जारी वर्षा के कारण करोड़ों का जान माल का नुकसान हुआ है।
400 बसें फंसी हुई है
बहुत अधिक वर्षा के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है 400 बसें फंसी हुई है। प्रदेश में दो एनएच सहित 751 सड़के यातायात के लिए बंद है जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है और पेड़ गिर गए हैं।3 दिनों के दौरान 40 मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए जबकि 120 के करीब मकानों को नुकसान पहुंचा है। 4697 ट्रांसफार्मरों के खराबहोने के कारण सैकड़ों गांव में बिजली नहीं है 902 के करीब पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।मौसम
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