Heavy Rain in Himachal: ग्राम पंचायत जधाणा में मकान हुए क्षतिग्रस्त, लोगों को सुरक्षित निकाला गया बाहर
जयराम ठाकुर ने धर्मशाला में पत्रकार वार्ता में कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस बार बाढ़ और बरसात से जान माल की बहुत क्षति हुई है। अब तक बहुत लंबे समय के बाद ऐसा हुआ है। हिमाचल में फिर से त्रासदी का दौर शुरू हो गया है। बारिश का कारण आज भी बहुत नुकसान हुआ है जो कि चिंता का विषय है।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Mon, 14 Aug 2023 11:42 AM (IST)
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने धर्मशाला में पत्रकार वार्ता में कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस बार बाढ़ और बरसात (Heavy Rain in Himachal Pradesh) से जान माल की बहुत क्षति हुई है। अब तक बहुत लंबे समय के बाद ऐसा हुआ है। हिमाचल में फिर से त्रासदी का दौर शुरू हो गया है।
बारिश के कारण नुकसान चिंता का विषय
बारिश का कारण आज भी हिमाचल मे बहुत नुकसान हुआ है, जो कि चिंता का विषय है। त्रासदी के उस दौर में हम लोगों की मदद करने प्रयास किये जा रहे है। हम सरकार की भी मदद कर रहे है और खुद भी राहत कार्य करने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा विपक्ष में रहकर भी जनहित कार्य कर रहे हैं और करते रहेंगे। हमने केंद्र के समक्ष प्रदेश की स्थिति को रखा, मंत्रियों से मिले और पीएमओ में भी कई बार मैंने बात की है। केंद्र ने भी हर संभव मदद की है। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर और एनडीआरएफ ने भी कार्य किया।
केंद्र ने 400 करोड़ की दी थी मदद
त्रासदी में सबसे ज्यादा नुकसान सड़क मार्गों को हुआ है। केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी हिमाचल आए और उन्होंने निरीक्षण करने के बाद 400 करोड़ की घोषणा कर दी। त्रासदी में नेशनल हाइवे को करीब 2800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।विपक्ष में रहकर काम किया
ठाकुर ने कहा कि विपक्ष में रहकर भी हम लोगों ने काम किया है। त्रासदी में हम लोगों ने काम किया जबकि कांग्रेस ने ऐसे दौर में भी राजनीतिक काम करने की शुरुआत की। केंद्र से भेजी राहत को कांग्रेस के मंत्री और विधायक खुद का प्रचार कर रहे है। इस दौर में कांग्रेस के लोग कोई राजनीति न करें।
चंबा में 6 जवानों की मौत
चंबा में हमारे छह जवानों और अन्य मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। कांग्रेस के आठ माह के कार्यकाल सही नहीं हुआ। हमने सोचा नए सीएम है काम करने देते हैं, लेकिन 8 माह में कुछ नहीं कर पाए सीएम। इस कार्यकाल में लगभग पौने 2 से मर्डर। मंत्री मुख्यमंत्री की नहीं सुन रहे और विधायक मंत्री को मंत्री नहीं मानते। अधिकारी परेशान है कि क्या करें।कांगड़ा जिला हाशिए पर
अधिकारी आपस में उलझ रहे हैं। सीएम ने जिन अधिकारियों पर आरोप लगाए विधानसभा में वही लोग आपके सलाहकार बन गए। कांगड़ा जिला हाशिये पर ला दिए है, मंडी में तो सब कुछ बन्द कर दिया सीएम सूक्खु ने। हमारे समय मे प्रधानमंत्री दो बार आए, कांग्रेस के लोग बताए की उन्होंने क्या किया।
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