Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

स्वच्छ हवा में आपका स्वागत है... हरियाणा, पंजाब और दिल्ली के पर्यटकों को लुभा रहीं हिमाचल की हसीन वादियां

देश के उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस समय हवा की गुणवत्ता अब खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है। जबकि पहाड़ी क्षेत्रों की हवा बेहद साफ है। सबसे ज्यादा पर्यटक हिमाचल की हसीन वादियों का रुख कर रहे हैं क्योंकि यहां का उच्चतम AQI भी मध्यम श्रेणी में आता है। मनाली की हवा सबसे साफ है।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Thu, 26 Oct 2023 02:35 PM (IST)
Hero Image
सबसे अच्छा है हिमाचल प्रदेश का AQI, स्वच्छ हवा की ओर आकर्षित हो रहे पर्यटक

एएनआई, शिमला। Himachal News: देश के उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस समय हवा की गुणवत्ता अब 'खराब' श्रेणी में दर्ज की जा रही है। हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और अन्य पड़ोसी क्षेत्रों से पर्यटक पहाड़ों की ओर जा रहे हैं।

सबसे ज्यादा पर्यटक हिमाचल की हसीन वादियों का रुख कर रहे हैं क्योंकि यहां का उच्चतम AQI भी 'मध्यम' श्रेणी में आता है।

शिमला, कुल्लू और मनाली में अच्छी श्रेणी में हवा की गुणवत्ता

हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अच्छी' श्रेणी में है, जिसमें शिमला भी शामिल है। यहां बुधवार को AQI 34 दर्ज किया गया है जबकि सोलन में AQI 'मध्यम' श्रेणी में है।

वहीं, मंगलवार को दिल्ली में कम से कम 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट में AQI 300 से ऊपर था। वहीं, मनाली में सबसे कम AQI (6) दर्ज किया गया। कुल्लू में 7 और धर्मशाला 15 AQI दर्ज किया गया है।

क्या बताता है AQI?

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लोगों को वायु गुणवत्ता की स्थिति के बारे में अच्छे से और आसानी से समझा देता है। ये डाटा, नंबर और रंग के हिसाब से वायु गुणवत्ता को समझाता है।

0 से 100 तक AQI को अच्छा माना जाता है, जबकि 100 से 200 तक मध्यम, 200 से 300 तक खराब, 300 से 400 तक बहुत खराब और 400 से 500 या इससे ऊपर को AQI को गंभीर माना जाता है।

सबसे अच्छा है हिमाचल प्रदेश का AQI

हिमाचल के पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के पर्यावरण वैज्ञानिक एवं प्रधान वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुरेश अत्री ने कहा कि 25 अक्टूबर को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि अच्छी वायु गुणवत्ता और सुहावना मौसम पड़ोसी राज्यों के पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं कि भारत के अन्य हिस्से सबसे खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक से जूझ रहे हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश का AQI सबसे अच्छा है। मनाली में सबसे स्वच्छ हवा है। इसके बाद कुल्लू, धर्मशाला और शिमला हैं।

सबसे साफ है मनाली की हवा

शिमला में AQI 34 दर्ज किया गया। मनाली में सबसे कम 6 और कुल्लू में 7 दर्ज किया गया, इसके बाद धर्मशाला में AQI मान 15 दर्ज किया गया है। अत्री ने कहा कि हालाँकि, सोलन में AQI 160 से अधिक है लेकिन फिर भी यह 'मध्यम' श्रेणी में आता है। वहीं,काला अंब में भी हवा की खराब गुणवत्ता 149 दर्ज की गई क्योंकि दोनों औद्योगिक क्षेत्र हैं।

यह भी पढ़ें- एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल​​​​​​ बहाल करने की तैयारी में हिमाचल सरकार, केंद्र को लिखा पत्र; जयराम ठाकुर ने किया था बंद

विदेशी पर्यटकों को भी भाता है पहाड़ों पर रहना

पर्यावरण वैज्ञानिक ने कहा कि शिमला में AQI थोड़ा बढ़ गया है और इस बदलाव का अस्थायी कारण देवदार के पेड़ों के बीजों से निकलने वाला पराग है। हिमाचल आने वाले विदेशी पर्यटकों ने भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की तुलना में बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच रहना अच्छा लगता है।

शिमला की ताजी हवा से पर्यटकों को मिला अच्छा अनुभव

ब्रिटेन से आए पर्यटक करेन ने कहा कि हम आज शिमला पहुंचे हैं। यहां मौसम बेहद अच्छा है। यहां कोई वाहन नहीं है और यहां की ताजी हवा काफी अच्छा अनुभव दे रही है। जबकि दिल्ली में हालात बहुत खराब थे। मैं हर किसी को हिमालय के इस खूबसूरत हिस्से में आने की सलाह दूंगा।

'पटाखें नहीं जलाएंगे तो शिमला जैसी रहेगी दिल्ली की हवा'

अंबाला के एक पर्यटक अमरप्रीत सिंह ने मैदानी इलाकों में हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण हम शिमला की ओर खींचे चले आए हैं।

मैं हर किसी को यहां आने की सलाह दूंगा और आपको पटाखों का इस्तेमाल बंद करने की सलाह दूंगा। अगर आप पटाखे नहीं जलाएंगे तो आपको दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में शिमला जैसी हवा की गुणवत्ता मिलेगी।

यह भी पढ़ें- सुंदरनगर में नशा तस्करी का भंडाफोड़, 9 किलो 923 ग्राम चरस बरामद, दो युवक गिरफ्तार; चंडीगढ़ कर रहे थे सप्लाई

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर