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Himachal Election 2022: मतदान में पुरुषों से अव्वल रहीं महिलाएं, लेकिन विधायक बनने में फिसड्डी

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने 40 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी जरूर की है लेकिन उसके महिला उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी ने छह महिलाओं को टिकट दिया था लेकिन किसी को भी जीत नसीब नहीं हुई।

By Achyut KumarEdited By: Updated: Sat, 10 Dec 2022 04:03 PM (IST)
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हिमाचल में सिर्फ महिला उम्मीदवार को मिली जीत
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Himachal Pradesh Assembly Election 2022: हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल में सत्ता बदलने की परंपरा इस बार भी कायम रही। कांग्रेस ने पांच साल बाद बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की। पार्टी को 40 सीटें हासिल हुई, जबकि भारतीय जनता पार्टी को केवल 25 सीटों पर ही जीत मिली। ऐसा कहा जाता है कि 1998 से यहां की सत्ता पर कौन सी पार्टी कब्जा जमाएगी, यह महिला प्रत्याशियों ने तय किया है, लेकिन महिला उम्मीदवारों पर इसका कोई असर नहीं दिखता। इसकी वजह यह है कि इस बार के चुनाव में कुल 24 महिलाओं को टिकट दिया गया था, जिनमें से केवल एक महिला उम्मीदवार ही जीत सकी।

भाजपा-आप ने उतारे 6 महिला उम्मीदवार

भाजपा और आम आदमी पार्टी ने छह, जबकि कांग्रेस ने तीन महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था। इसके अलावा, क्षेत्रीय दलों की ओर से भी कुछ महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया था। कुछ महिलाएं ऐसी भी रहीं, जिन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा प्रत्याशी के अलावा किसी और को जीत नसीब नहीं हुई।


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रीना कश्यप इकलौती महिला विधायक 

भाजपा ने कुल 6 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा था, जिनसें सिर्फ पच्छाद विधानसबा से रीना कश्यप को जीत हासिल हुई। रीना ने कांग्रेस प्रत्याशी दयाल प्यारी को 20 हजार 630 मतों से जीत हासिल की। 2019 में हुए उपचुनाव में भी पच्छाद से रीना को जीत हासिल हुई थी।

कांग्रेस-आप के महिला प्रत्याशियों को मिली हार

कांग्रेस ने 40 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी जरूर की है, लेकिन उसके महिला उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी ने तीन महिलाओं को टिकट दिया था, लेकिन किसी को भी जीत नसीब नहीं हुई। वहीं, आम आदमी पार्टी ने 6 महिलाओं को टिकट दिया था, लेकिन किसी को भी जीत नसीब नहीं है। पार्टी का हिमाचल में खाता तक नहीं खुला।

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महिलाओं का मतदान प्रतिशत ज्यादा

हिमाचल प्रदेश में कुल 49 फीसदी महिलाएं हैं, जिनमें से इस बार 76.8 फीसद महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत महज 72.4 फीसद रहा। जब 1967 में हिमाचल प्रदेश में दूसरा विधानसभा चुनाव हुआ तो, उस समय केवल दो महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया गया था। आइए जानते हैं किस साल कितनी महिला प्रत्याशियों को जीत हासिल हुई;

  • 1972 में 4 महिलाएं विधानसभा पहुंचीं, जिसमें चंद्रेश कुमार, लता ठाकुर, पद्मा और चंद्रेश कुमारी शामिल हैं। इसके बाद विद्या भी अपने पति की मौत के बाद ठियोग विधानसभा से उपचुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचीं।
  • 1977 में सिर्फ श्यामा शर्मा ही विधानसभा पहुंच पाईं।
  • 1982 में 3 महिलाएं चुनाव जीतने में कामयाब रहीं।
  • 1985 के मध्यावधि चुनाव में तीन महिलाओं को जीत हासिल हुई, जबकि चार महिलाओं को 1990 के चुनाव में जीत मिली।
  • 1993 में तीन महिला उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई। इसके बाद 1994 में हुए उपचुनाव में अनीता वर्मा जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचीं।
  • 1998 में सबसे अधिक 6 महिलाएं चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची थीं।
  • 2003 में 4, 2007 में 5 और 2012 में तीन महिला उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई थी। इसके बाद, 2017 में चार महिलाएं विधानसभा के लिए निर्वाचित हुईं। वहीं, रीना कश्यप उपचुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचीं।

महिला विधायकों की कमी 

गौरतलब है कि पिछली बार 17 महिलाओं ने चुनाव लड़ा था, जिसमें से 4 महिलाओं को जीत हासिल हुई थी। वहीं, इस बार सिर्फ एक महिला का विधानसभा पहुंचना चिंता का विषय है। इससे पहले, 1977 में सिर्फ एक महिला विधानसभा पहुंची थीं।

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