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Himachal Cloud Burst: पार्वती नदी पर बना मलाणा बांध टूटा, तबाही पर CM सुक्खू बोले- तेजी से चल रहा बचाव अभियान, 49 लोग लापता

Himachal Cloud Burst हिमाचल में तबाही से लोग काफी डरे हुए हैं। आखों के सामने लोगों के परिजन बह गए। बाढ़ में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। सीएम सुक्खू ने कहा कि बचाव अभियान बहुत तेजी से चल रहा है। हमारा उद्देश्य लोगों को बचाना है। साथ ही उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि झरनों और नदियों के पास न जाएं।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Fri, 02 Aug 2024 11:29 AM (IST)
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Himachal Cloud Burst: सीएम सुक्खू बोले- युद्ध स्तर पर चला रहा राहत-बचाव कार्य।
डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल में बादल फटने की तबाही पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बचाव और राहत कार्य जोरों पर चल रहा है। मैं उस स्थान का दौरा करने जा रहा हूं जहां से सबसे ज्यादा लोग लापता हैं। सीएम सुक्खू ने कहा कि अगर धूप निकलेगी तो बचाव अभियान को और अधिक तेजी से चलाया जा सकता है।

शवों को तभी निकाल सकते हैं जब सूरज की रोशनी निकले। अभी लगभग 49 लोग लापता हैं। चार शव बरामद हुए हैं। हमारा उद्देश्य फंसे हुए लोगों को बचाना और बरामद करना है। मलबे में फंसे हुए शवों को निकालना है।

टूट गया मलाणा बांध

उन्होंने पर्यटकों से अनुरोध करते हुए कहा कि वे झरनों और नदियों के पास न जाएं। हिमाचल प्रदेश में पार्वती नदी पर बना मलाणा बांध टूट गया है। जिससे क्षेत्र में घर, मंदिर और फसलें क्षतिग्रस्त हो गईं।

सीएम ने की उच्चस्तरीय बैठक

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में मंडी, कुल्लू और शिमला में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। राज्य मंत्री राजेश धर्माणी ने जानकारी देते हुए कहा कि 4 लोगों की मौत हुई है और 49 लोग अभी भी लापता हैं। इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की है।

प्रभावित क्षेत्रों का दौरा नहीं कर सके सीएम सुक्खू

उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की कोशिश की, लेकिन खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। कुल्लू, शिमला और मंडी जिले आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य मंत्री जगत सिंह नेगी घटनास्थल पर हैं। सेना और एनडीआरएफ के जवान सक्रिय रूप से बचाव और खोज अभियान चला रहे हैं।

सड़कें अवरुद्ध

रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे जेसीबी चालक अजय कुमार ने कहा कि भूस्खलन के कारण इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर क्षति हुई है। कल बादल फट गया था जिसके कारण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं।

हम सड़क की मरम्मत करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शी नरेश कुमार ने अपना दर्द उजागर करते हुए कहा कि कल रात की घटना में हमारे कुछ रिश्तेदारों की जान चली गई। लगभग 38-40 लोग अभी भी लापता हैं।

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