Himachal Cloud Burst: आपदा में मां-बाप के सामने बह गए बच्चे, उजड़े कई परिवार; तबाही के मंजर को बता रो पड़े लोग
Himachal Cloud Burst बुधवार देर रात आई आपदा में कई परिवार उजड़ गए। किसी के सामने बेटी तो किसी के सामने पिता सैलाब में बह गए। 11 वर्षीय बेटी अनामिका घर के मलबे के साथ बह गई। वह नानी चैत्री देवी के घर आई थी। चैत्री देवी का शव बरामद हो गया है। अनामिका का सुराग अभी तक नहीं लगा है।
जागरण संवाददाता, मंडी। जिले के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के राजबन गांव में बादल फटने से कई कोंपले खिलने से पहले ही मुरझा गईं। यहां कुदरत ने ऐसा कहर मचाया कि बच्चा देखा न बूढ़ा। जो भी सामने आया उसे अपने आगोश में समा लिया। प्राकृतिक आपदा तीन माह की मानवी की जिंदगी पर भी भारी पड़ी।
मानवी मलबे में कहीं गुम हो गई है। मां सोनम का भी पता नहीं है। दादा सौजू राम व दादी चंदी देवी मलबे के आगे जिंदगी हार गए। पिता राम सिंह गंभीर रूप से घायल है और डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में जिंदगी व मौत से जंग लड़ रहा है। राम सिंह से एक ही झटके में कुदरत ने सारी खुशियां छीन लीं। परिवार में बस वही अकेला बचा है।
बेटे का अभी तक नहीं लग पाया सुराग
शेष राम, ज्ञान चंद व खेम सिंह के चिराग भी लापता हो गए हैं। ज्ञान चंद के नौ वर्षीय बेटे अमन व खेम सिंह के आठ वर्षीय बेटे आर्यन का 12 घंटे बाद भी सुराग नहीं लग पाया है। दोनों स्वजन के साथ घर में सोए हुए थे। स्वजन तो किसी तरह से जान बचाने में सफल रहे, लेकिन अमन व आर्यन को संभलने का मौका नहीं मिला।इससे पहले कि स्वजन उन्हें बचा पाते पानी का तेज बहाव उन्हें अपने साथ बहा ले गया। दोनों तीसरी कक्षा में पढ़ते थे।
मोहन सिंह से आपदा ने छीन ली मां
शेष राम की 11 वर्षीय बेटी अनामिका घर के मलबे के साथ बह गई। वह नानी चैत्री देवी के घर आई थी। चैत्री देवी का शव बरामद हो गया है। अनामिका का सुराग नहीं लगा है। लटराण पंचायत के धरयाणधार का हरदेव भी रामबन में रिश्तेदार के घर आया था। मलबे की चपेट में आ गया। मोहन सिंह से आपदा ने मां छीन ली।वह परिवार के दो सदस्यों व राम सिंह को बचाने में सफल रहा, लेकिन मां को नहीं बचा पाया। राजबन में पांच किलोमीटर के दायरे में मिट्टी फैल गई है। राहत व बचाव कार्य में जुटे जवानों को लापता लोगों का सुराग लगाने में मशक्कत करनी पड़ रही है। जैसे-जैसे घड़ी की सूई आगे सरक रही है, उम्मीद की किरण कम होती जा रही है।
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