Himachal News: खाली पदों को खत्म करने पर हिमाचल में घमासान, सीएम सुक्खू बोले- कोई औचित्य नहीं रह गया
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सरकारी विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों में दो साल से अधिक समय से रिक्त पड़े पदों को लेकर स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि ऐसे पदों को समाप्त किया जा रहा है जिनका समय के अनुसार कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार अगले वित्त वर्ष के बजट की तैयारियां शुरू कर दी हैं और आवश्यकता अनुसार पदों का सृजन किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गत रात्रि वित्त विभाग की ओर से जारी सरकारी विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों में दो साल से अधिक समय से रिक्त पड़े पदों को लेकर पैदा हुई स्थिति को स्पष्ट किया है।
डोडरा-क्वार जाने से पहले ओक ओवर में मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि ऐसे रिक्त पड़े पदों को समाप्त किया जा रहा है, जिनका समय के अनुसार किसी तरह का कोई औचित्य नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में पद खत्म करने वाली चिट्ठी के साथ-साथ वित्त विभाग की ओर से दूसरे आदेश भी जारी किए गए हैं। जिनमें सभी सरकारी विभागों से पूछा गया है कि वर्तमान परिस्थितियों के हिसाब से किन-किन पदों की जरूरत है और विभाग उपयोगिता के आधार पर कौन-कौन से पद भविष्य में भरना चाहते हैं।
'आवश्यकता अनुसार पदों का सृजन किया जाएगा'
उन्होंने कहा कि सरकार ने अगले वित्त वर्ष के बजट की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिसके वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में आवश्यकता अनुसार पदों का सृजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुक्खू ने उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले 20-25 वर्षो से कई विभागों की ओर से टाइपिस्ट के पदों को बजट में डाला जाता है, जबकि न तो सरकारी कार्यालयों में टाइपराइटर हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए इन पदों को समाप्त करके लिपिक, जेओए आईटी पदों में तबदील किया जा रहा है। हर साल बजट में ऐसे पदों के लिए बजट रखा जाता था जिनकी उपयोगिता नहीं है। अब विभाग अपनी उपयोगिता अनुसार पद तब्दील करके बजट में भेजेंगे।
धूमल सरकार में भी ऐसा पत्र निकला था
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आगे बताया कि ऐसा नहीं है कि पहली बार इस तरह का पत्र निकला है। इससे पहले वर्ष 2012 में धूमल सरकार के समय में भी इसी तरह का पत्र निकला था। ये सामान्य प्रक्रिया है, हां, ये सामान्य प्रक्रिया है।
विभागों को अपनी आवश्यकता अनुसार पदों को मांगने के लिए पत्र लिखा गया है। इससे बढ़कर भाजपा सरकार के समय में उनकी पार्टी की बैठकों में भी इस तरह के पत्रों पर चर्चा होती थी, कि भविष्य में रोजगार के पद कैसे होने चाहिए।यह भी पढ़ें- Himachal News: नगर निगम की टीम ने की नशा तस्कर मोमबत्ती के घर की पैमाइश, आयुक्त को सौंपी रिपोर्ट
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