Move to Jagran APP

Himachal CM: गांधी परिवार के बेहद करीबी हैं हिमाचल के सीएम सुक्खू, जमीनी स्तर से शुरू किया था राजनीतिक सफर

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में एक समारोह के दौरान हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। सुक्खू पहाड़ी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले जमीनी स्तर से राजनीतिक सीढ़ी चढ़ने वाले कांग्रेस के नेता हैं।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 11 Dec 2022 03:57 PM (IST)
Hero Image
गांधी परिवार के बेहद करीबी हैं हिमाचल के सीएम सुक्खू। फाइल फोटो।
शिमला, एएनआइ। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में एक समारोह के दौरान हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। सुक्खू पहाड़ी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले जमीनी स्तर से राजनीतिक सीढ़ी चढ़ने वाले कांग्रेस के नेता हैं। शपथ ग्रहण समारोह रविवार को दोपहर 1.30 बजे राजभवन शिमला में हुआ। 58 साल के सुक्खू चार बार के विधायक और राज्य कांग्रेस के प्रमुख भी रहे हैं। वह गांधी परिवार के काफी करीब माने जाते हैं।

छात्र राजनीति से शुरू किया था सफर

सुखविंदर सिंह सुक्खू अन्य भारतीय राजनेताओं की ही तरह छात्र राजनीति से अपना करियर शुरू किया था। वह छात्र राजनीति करते हुए कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख के पद तक पहुंचे। देश की सबसे पुरानी पार्टी से लंबे समय तक जुड़े रहने के कारण उनके पास संगठन का व्यापक अनुभव है। सुक्खू को एक मिलनसार नेता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने संगठन में लंबे समय तक रहने के कारण पहाड़ी राज्य में एक विशाल नेटवर्क बनाया है। 

मध्यम परिवार से रखते हैं ताल्लुक

सुखविंदर सिंह सुक्खू साल 2013 से 2019 तक पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह हमेंशा हिमाचल प्रदेश में युवा कांग्रेस नेताओं को हमेशा आगे बढ़ाने के पक्षधर रहे हैं। मालूम हो कि सुक्खू निचले हिमाचल से शीर्ष पद पर आने वाले पहले कांग्रेसी नेता हैं। वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता है। वह अपने कालेज के दिनों में कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (NSUI) से जुड़ गए थे। वह राज्य में एनएसयूआई और भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

2003 में पहली बार बने विधायक

सुक्खू साल 2003 में पहली बार नादौन से विधानसभा का चुनाव जीता था। वह शिमला नगर निगम का भी चुनाव जीत चुके हैं। सुक्खू विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष थे, जिसमें पार्टी ने स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया और चुनाव में वृद्धावस्था पेंशन योजना सहित कई वादे किए। वह भाजपा के प्रेम कुमार धूमल के बाद हमीरपुर जिले से दूसरे मुख्यमंत्री होंगे। मालूम हो कि कांग्रेस ने राज्य में विधानसभा चुनाव में 40 सीटों पर जीत हासिल की है।

यह भी पढ़ें- गरीब परिवार में जन्मे सुखविंदर सिंह सुक्खू होंगे हिमाचल के नए मुख्यमंत्री, जानें कैसे रखा राजनीति में कदम

यह भी पढ़ें- Himachal Pradesh में अब 'सुक्खू राज', शपथ लेते ही बोले- पहली कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना करूंगा बहाल

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।