Himachal Disaster: प्रदेश के NH सहित 281 सड़कें बंद, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार हर रोज 7 लोग गंवा रहे जान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग 305 सहित 281 सड़कें अवरुद्ध हो गईं। इसके अलावा 177 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हो गई है। वहीं सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में आग लगने की कोई घटना नहीं हुई। इस साल मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 367 लोगों की मौतें हुई है।
शिमला, एएनआई। रविवार को राज्य आपातकालीन परिचालन (State Emergency Operation Center) केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग 305 सहित 281 सड़कें अवरुद्ध हो गईं (281 Roads Closed including National Highway)। इसके अलावा 177 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हो गई है। वहीं सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में आग लगने की कोई घटना नहीं हुई।
हर रोज 7 लोग गंवा रहे जान
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने शुक्रवार को कहा कि इस साल मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 367 लोगों की मौतें हुई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 24 जून को मानसून शुरू होने के बाद से पहाड़ी राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में प्रतिदिन औसतन लगभग सात लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
कुल नुकसान 12,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद
बता दें कि हिमाचल पिछले कई हफ्तों से भारी बारिश से जूझ रहा है और राज्य को बारिश से संबंधित विभिन्न घटनाओं, जैसे भूस्खलन, बादल फटना, बाढ़ आदि में जान-माल के साथ-साथ भारी नुकसान हुआ है। आपदा प्रबंधन ने कहा कि हताहतों के अलावा, मौद्रिक नुकसान लगभग 12,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
367 लोगों की गई जान
दो सप्ताह के भीतर हिमाचल प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर बड़े भूस्खलन हुए हैं। सबसे हालिया घटना गुरुवार को कुल्लू में हुई। इस बीच राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार कुल मौतों में से 136 लोगों की जान भूस्खलन और बाढ़ के कारण गई है। सरकार ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं या अन्य कारणों से कुल 231 लोगों की जान गई है।