Himachal Disaster: हिमाचल में त्राहि-त्राहि, बाढ़ में बहे दो और लोगों के मिले शव; अब तक 18 की मौत व 37 लापता
हिमाचल के तीन जिलों में बादल फटने की घटना से प्रदेश में कोहराम मच गया है। इस आपदा में अब तक 18 लोगों की मौत हो गई है जबकि 37 लोग लापता है। मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के आठ जिलों में भारी बारिश हो सकती है जिससे बाढ़ आने की आशंका है। यदि ऐसा होता है तो हिमाचल के लिए मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश में हालात बद से बदत्तर हो गए है। बादल फटने की घटना के बाद से अब तक 18 लोगों की मौत हो गई हैं, जबकि 37 लोग लापता है।
इसी क्रम में मौसम विभाग ने आठ जिलों में भारी वर्षा की आशंका जताई है और बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। इस संबंध में एडवाइजरी जारी कर दी गई है।सात से 10 अगस्त तक बिलासपुर, हमीरपुर, कुल्लू, कांगड़ा, मंडी, सोलन, शिमला और सिरमौर जिला के लिए चेतातनी जारी की है। प्रदेश में 24 घंटों के दौरान ऊना में 40.2, बिलासपुर में 25.8, शिमला 19, कुफरी में 13.4, पांवटा साहिब में 12 मिलीमीटर वर्षा हुई है। प्रदेश में 53 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं।
हिमाचल में सड़कें बुरी तरह प्रभावित
इनमें कुल्लू में 18, मंडी में 16, कांगड़ा में छह, लाहौल स्पीति में तीन, शिमला व किन्नौर में दो-दो सडकें बंद हैं, जबकि 17 ट्रांसफॉर्मर खराब हैं। विभाग ने एडवाइजरी जारी की है कि भारी वर्षा से फसलों को नुकसान हो सकता है। सड़कों पर पानी भरने से यातायात प्रभावित होने की आशंका है। लोग उन इलाकों में जाने से बचें, जहां जलभराव की समस्या रहती है।
दो शव और मिले
शिमला, कुल्लू और मंडी जिला में 31 जुलाई की रात सात स्थानों पर बादल फटने के बाद बाढ़ आने से लापता दो और लोगों के शव मिले हैं। मंगलवार को मंडी के राजबन में महिला खुड्डी देवी का शव मिला। यहां अब तक नौ लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। एक युवक हरदेव लापता है।यह भी पढ़ें- Himachal News: कुल्लू से मनाली तक सुधरेगी सड़क की स्थिति, कटान को रोकने के लिए NHAI ने तैयार किया प्लान
शिमला के सुन्नी बांध के पास डोगरी में एक शव मिला है। मृतक की पहचान सिद्धार्थ पुत्र विजय कुमार गांव नंदरूल, कांगड़ा निवासी के रूप में हुई है। सिद्धार्थ समेज में हाइड्रो प्रोजेक्ट में काम करता था। वहीं, सोमवार को मिले दो शवों की पहचान हो गई है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।