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हिमाचल में धधकते जंगल... फैलती आग की लपटें, ड्राई स्पेल ने बढ़ाई चिंता; सुखना झील से पानी लेकर पहुंचा हेलीकॉप्टर

हिमाचल के जंगलों (Himachal Forest Fire) की आग निरंतर विकराल रूप ले रही है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जंगलों में आग लगने से संपदा राख हो रही है। शिमला कसौली सोलन यहां तक कि बिलासपुर में आग लगने की घटनाएं पिछले एक सप्ताह में बढ़ी हैं। इसकी वजह से वन संपदा को काफी नुक्सान पहुंच रहा है। ये आग रिहायशी इलाकों तक पहुंच चुकी है।

By Jagran News Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Thu, 30 May 2024 12:01 PM (IST)
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हिमाचल के शिमला, सोलन, बिलासपुर और कसौली के जंगलों में लगी भीषण आग

जागरण संवाददाता, शिमला। कसौली हिल के पिछली तरफ बीते दिन चीड़ के जंगल (Himachal Forest Fire) में आग लग गई। इस पर नियंत्रण न होता देख हेलीकॉप्टर की सहायता मांगी गई। हेलीकाप्टर ने कई चक्कर लगाकर सुखना झील चंडीगढ़ से पानी लाकर छिड़काव किया लेकिन आग नहीं बुझी।

रात नौ बजे तक आग वीआइपी क्षेत्र तक पहुंच गई, जिसे बुझाने के लिए छावनी, सोलन व परवाणू के दमकल वाहन जुटे हुए हैं। कसौली छावनी के लीडिंग फायरमैन जितेंद्र कुमार ने बताया कि जंगल की आग वेल्वेडेयर एस्टेट तक पहुंच गई है, जिसे बुझाने का प्रयास किया जा रहा है।

इधर नगर निगम शिमला के टुटीकंडी वार्ड में देवदार व चीड़ के पौधों से घिरे रिड़का गांव में मंगलवार रात आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि पूरा क्षेत्र चपेट में आ गया। रिड़का गांव में लोगों ने बरसात में 100 से अधिक पौधे लगाए थे।

आग की चपेट में पूरा जंगल आ गया। दमकल विभाग को इसकी सूचना दी लेकिन जंगल के बीच गाड़ियों को ले जाना मुश्किल था। लोग रात एक बजे तक आग बुझाते रहे। 

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सोलन जिला के धर्मपुर मे जंगल की आग से मोटर मैकेनिक की दुकान जल गई। इससे दुकान में ठीक होने के लिए आई 22 बाइक व एक कार जल गई। उपमंडल अर्की के चंडी में जंगल की आग मंगलवार रात राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंडी तक पहुंच गई। इससे शौचालय की पाइप, फर्नीचर व टंकी जल गई। कांगड़ा जिला के गरली में घर से चुराई बाइक को आधा किलोमीटर दूर आग लगा दी।

बिलासपुर में बाइक से भड़की आग जंगल में लगी

लासपुर में जंगल की आग श्रीनयना देवी मंदिर के पास पहुंच गई। एक होटल के नजदीक खड़ी पुजारियों की दो कारें जल गईं। दमकल विभाग की टीम ने तीन वाहनों को जलने से बचा लिया। ब्रह्मपुखर में दमकल विभाग की टीम ने 20 करोड़ की संपत्ति आग की भेंट चढ़ने से बचा ली। जिला हमीरपुर में भोरंज के अंतर्गत टकौता भट्टां में नींबू व सेब के 125 पौधे आग लगने से जल गए।

वहीं, घंडालवीं पंचायत के समलाह गांव में 90 वर्षीय बुजुर्ग कृष्ण दास की आग की चपेट में आने से मौत हो गई। कृष्ण दास सुबह घर से दुकान के लिए गए थे। करीब 10 बजे वह दुकान से बप्याड़ में अपने खेतों में गए और उगे अवांछित घास को जलाने के लिए आग लगा दी।

देखते ही देखते आग ज्यादा फैलने लगी। जब उन्होंने देखा कि बांस के झुंड को आग लग गई है तो वे वहां पर आग बुझाने लगे। लेकिन वह आग से घिर गए और बुरी तरह झुलस गए। आग की लपटें उठती देख स्थानीय लोग मौके पर एकत्रित हुए और उन्होंने उन्हें आग की चपेट में देखा।

ग्रामीणों ने पानी फेंककर आग बुझाई और बुजुर्ग को वहां से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भराड़ी पहुंचाया। चिकित्सक ने कृष्ण दास को मृत घोषित कर दिया। वहीं उपमंडल नादौन के अंतर्गत पनसाई गांव के जंगल में आग लगने से पशुशाला जल गई।

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एक सप्ताह 379 आग की घटनाएं, 1,074 पहुंचा आंकड़ा

हिमाचल में लंबे ड्राई स्पैल व भीषण गर्मी से मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रदेश में गर्मी के मौसम में अब तक आग लगने की 1,074 घटनाएं हो चुकी हैं। इससे करोड़ों रुपये की संपत्ति राख हो गई है। जंगल में आग लगने पर सड़कें न होने से दमकल विभाग की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंच रही है।

"प्रदेश के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं लेकिन सरकार इसे नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू पर तंज कसते हुए कहा कि उनके पास बड़ा मंत्रालय होने के बावजूद भी मंत्री नहीं हैं। प्रदेश की जनता को ऐसी सरकार की आवश्यकता नहीं है।"

सुरेश भारद्वाज, भाजपा के पूर्व मंत्री

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