हिमाचल वालों के लिए खुशखबरी! कांगड़ा में बनेगा देश का पहला IGBC प्रमाणित चिड़ियाघर
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बनखंडी में बनने वाला ‘दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान’ भारत का पहला चिड़ियाघर होगा जिसे सतत् और पर्यावरण अनुकूल नवाचार के लिए इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) से प्रमाणन प्राप्त होगा। इस परियोजना को आधिकारिक तौर पर आईजीबीसी के साथ पंजीकृत किया गया है। यह प्रमाणन पर्यावरण संरक्षण को एकीकृत करने की राज्य सरकार की प्राथमिकता को प्रदर्शित करता है।
राज्य ब्यूरो, शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांगड़ा जिले के देहरा विधानसभा क्षेत्र में बनखंडी में बनने वाला ‘दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान’ भारत का पहला चिड़ियाघर होगा जिसे सतत् और पर्यावरण अनुकूल नवाचार के लिए इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) से प्रमाणन प्राप्त होगा।
इस परियोजना को आधिकारिक तौर पर आईजीबीसी के साथ पंजीकृत किया गया है। प्राणी उद्यान में पर्यावरणीय मानकों की अनुपालना करते हुए भवन और परिदृष्य प्रमाणन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिक तंत्र के संतुलन को ध्यान में रखते हुए विकास कर रही हैं और आईजीबीसी प्रमाणन प्रक्रिया प्रदेश सरकार की इस प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
पर्यटन गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
यह प्रमाणन पर्यटन और बुनियादी अधोसंरचना के विकास में पर्यावरण संरक्षण को एकीकृत करने की राज्य सरकार की प्राथमिकता को प्रदर्शित करता है। दुर्गेश अरण्य पार्क पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनने के साथ-साथ यह पार्क संरक्षण और नवाचार की बेजोड़ कृति साबित होगा।
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‘दुर्गेश अरण्य प्राणी उद्यान’ परियोजना का पहला चरण लगभग 230 करोड़ रुपये की लागत से 25 हेक्टेयर भूमि में स्थापित किया जा रहा है। जिसके वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही तक पूरा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि 619 करोड़ रुपये के लागत से निर्मित होने वाला प्राणी उद्यान पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बनेगा और इससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
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