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'मैं बहुत शरारती था, मुझे स्कूल में पड़ते थे डंडे'; जब बचपन की दुनिया में खो गए सीएम सुक्खू

हिमाचल (Himachal News) के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने स्कूल के दिनों को याद किया और छात्राओं से बातचीत की। उन्होंने छात्राओं से कई सवाल पूछे और खुद भी उनके सवालों के जवाब दिए। सीएम ने छात्राओं के सामान्य ज्ञान का भी टेस्ट लिया। इस दौरान सीएम ने जन समस्याओं को भी सुना और उनके निवारण के निर्देश दिए।

By Parkash Bhardwaj Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Fri, 11 Oct 2024 09:42 PM (IST)
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हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू। फोटो सोर्स- सोशल मीडिया

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) की शुक्रवार को बहुत ज्यादा व्यस्त रहे। उन्होंने जहां छोटा शिमला स्कूल से बुलाई कंजकों (स्कूली छात्राओं) का पत्नी व देहरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक कमलेश ठाकुर के साथ पूजा किया। साथ ही इस दौरान सीएम ने उनसे कई सवाल पूछे तथा खुद भी उनके सवालों के जवाब दिया।

कंजकों ने मुख्यमंत्री सुक्खू से पूछा कि सुक्खू सर, क्या आप हमारे स्कूल से पढ़े हो, क्या आप शरारती थे और क्या आपको भी डंडे पड़ते थे? मुख्यमंत्री ने इसके उत्तर में कहा कि मैं उनके ही स्कूल से पढ़ा हूं। स्कूल के समय मैं भी बहुत शरारती था और कई बार गलत व्यवहार करने पर मुझे डंडे भी पड़ते थे।

सीएम ने बच्चियों के सामान्य ज्ञान का लिया टेस्ट

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने बात-बात में स्कूली बच्चियों से सामान्य ज्ञान के कई सवाल भी पूछे। उन्होंने पूछा कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी क्या है, देश की राजधानी क्या है, प्रदेश के शिक्षा मंत्री कौन है और प्रदेश के राज्यपाल कौन है? स्कूली बच्चियों ने प्रदेश के राज्यपाल का नाम बताने के अलावा सभी सवालों के सही जवाब दिए।

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उन्होंने यह भी कहा कि बचपन में थोड़ी शरारत ठीक होती है। सीएम ने बच्चियों से यह भी पूछा कि वह भविष्य में क्या बनना चाहती है? इस पर किसी ने कहा कि वह डॉक्टर बनना चाहती है, किसी ने कहा कि वह शिक्षक बनना चाहती है और एक ने कहा कि वह सेना में जाना चाहती है। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री ने बात-बात में स्कूली बच्चियों के सामान्य ज्ञान के स्तर का आकलन किया।

'जनता की समस्या का सुलझाना हमारा कर्तव्य'

मुख्यमंत्री सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने अपने सरकारी आवास पर कंजकों का पूजन करने के अलावा जन समस्याओं को भी सुना। उन्होंने इस दौरान मिलने आए लोगों की समस्याओं के निवारण के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता की हर समस्या को सुलझाना हमारा कर्तव्य और प्राथमिकता है।

सीएम ने कहा कि जन सुनवाई प्रदेश भर से आए लोगों की समस्याओं को सुनकर उसके त्वरित निस्तारण का एक सशक्त माध्यम बन रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जन की बात सुनकर पूरी प्रतिबद्धता के साथ जनहित के कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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