Himachal News: रक्षा मंत्री ने यंगथंग-मलिंग मार्ग का किया उद्घाटन, भारतीय सेना और स्थानीय लोगों को होगी सुविधा
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को हिमाचल के किन्नौर जिले के रिकांगपिओ में यंगथंग-मलिंग से चांगो तक बनी सड़क का वर्चुअल माध्यम के जरिए उद्घाटन किया। इस मार्ग के तैयार होने से भारतीय सेना के जवान स्थानीय लोगों ग्रामीणों और देश-विदेश से यहां आने वाले पर्यटकों को आने जाने और सुगम सफर में आसानी होगी। इस मार्ग से सेना के जवान जल्द ही तिब्बत सीमा तक पहुंच सकेंगे।
रिकांगपिओ, संवाद सहयोगी। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने मंगलवार को किन्नौर जिले के यंगथंग-मलिंग से चांगो (Yangthang-Maling to Chango) तक बनी करीब 26 किलोमीटर सड़क का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन (Virtual Inauguration) किया। इस मार्ग के बनने से भारतीय सेना (Indian Army) को तिब्बत सीमा (Tibet Border) तक पहुंचने में आसानी होगी और समय भी कम लगेगा।
भूस्खलन की समस्या से लोगों को मिलेगी निजात
मलिंग में दो दशक से चली आ रही भूस्खलन की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी। वहीं पूह, काजा, लाहौल स्पीति के हजारों ग्रामीणों सहित देश-विदेश के पर्यटकों को सुगम सफर का अनुभव होगा। वही वर्ष 2004 में यंगथंग-चांगो सड़क भूस्खलन के कारण ध्वस्त हो गई थी।
मलिंग के पास अक्सर आए दिन भूस्खलन होता रहता था, जिस कारण एनएच पांच अवरूद्ध होती रहती है। ऐसे में सीमा पर तैनात जवानों, पूह खंड की चार पंचायतों और काजा-स्पीति के हजारों लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही थीं।इसी को ध्यान में रखते हुए बीआरओ ने यंगथंग-मलिंग से चांगो तक नई सड़क बनाने का खाका तैयार किया। अप्रैल 2021 में इस सड़क का निर्माण शुरू हुआ और इस साल अगस्त के महीने में इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो चुका था।
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उद्घाटन कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
मंगलवार को मलिंग में आयोजित सड़क के उद्घाटन कार्यक्रम में भारतीय सेना के 136 ब्रिगेड कमांडर पूह आरपी सिंह बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कमांडर प्रवीन कुमार पंकज, सेक्टर इंचार्ज कैप्टन विवेक पुनिया, कनिष्ठ अभियंता राकेश कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।
सेना के जवान और स्थानीय लोगों को मिलेगी सुविधा
उधर बीआरओ (BRO) के ओसी 108 आरसीसी समदू राजकुमार प्रकाश ने बताया कि बीआरओ ने विकट परिस्थितियों के बावजूद भी सीमावर्ती इलाके में सड़कों का जाल बिछाया है। वैकल्पिक सड़क बनने से सेना के जवान सहित हजारों ग्रामीण,और देश-विदेश से यहां आने वाले पर्यटकों को इस मार्ग का लाभ मिलेगा।
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