Himachal News: हिमाचल से आजीविका कमाने के गुर सीखेगा श्रीलंका, एक्सपोजर विजिट पर प्रदेश का दौरा करेगी टीम
श्रीलंका की टीम के साथ लगातार बातचीत चल रही है। श्रीलंका भी जाईका वानिकी परियोजना को अपनाएगा। नागेश कुमार गुलेरिया ने कहा कि प्रदेश के सभी वनमंडलों में आउटलेट स्थापित किए जाएंगे। वर्तमान में राज्य के नौ स्थानों पर आउटलेट संचालित हैं जहां पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री हो रही है। श्रीलंका जाईका की टीम हिमाचल में एक्सपोजर विजिट पर आएगी।
जागरण संवाददाता, शिमला। जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जाईका) वानिकी हिमाचल परियोजना के माध्यम से श्रीलंका आजीविका कमाने के गुर सीखेगा। आने वाले समय में श्रीलंका जाईका की टीम हिमाचल में एक्सपोजर विजिट पर भी आएगी।
श्रीलंका जाईका की विशेषज्ञ टीम यहां आकर देखेगी कि कैसे हिमाचल के लोग इस परियोजना के तहत कार्य कर आजीविका कमा रहे हैं। प्रदेशभर में जहां भी जाईका के प्रोजेक्ट चल रहे हैं वहां का भ्रमण इन्हें करवाया जाएगा।
जाईका वानिकी परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि हाल ही में जाईका श्रीलंका की प्रतिनिधि एवं जेंडर एक्सपर्ट नाकाजीमा और जाईका इंडिया की प्रतिनिधि इनागाकी ने हिमाचल में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा आजीविका कमाने के प्रयासों की सराहना की थी।
इसके बाद श्रीलंका की टीम के साथ लगातार बातचीत चल रही है। श्रीलंका भी जाईका वानिकी परियोजना को अपनाएगा। नागेश कुमार गुलेरिया ने कहा कि प्रदेश के सभी वनमंडलों में आउटलेट स्थापित किए जाएंगे। वर्तमान में राज्य के नौ स्थानों पर आउटलेट संचालित हैं, जहां पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री हो रही है।
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