Himachal News: अस्पताल की IGMC सुरक्षा एजेंसी का बदला टेंडर, निकाले गए 31 कर्मचारियों ने दिया धरना
आइजीएमसी के निकाले गए 31 सुरक्षा कर्मचारियों पर मंगलवार को बैठक हुई। इस बैठक में किसी भी प्रकार की कोई भी सहमति नहीं बन पाई है। इसके बाद अस्पताल में फिर से बैठक रखी गई है। अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था का टेंडर प्रशासन ने नई कंपनी को दे दिया है। इस कंपनी ने अस्पताल के पुराने 31 सुरक्षा कर्मी को नौकरी पर नहीं रखा है।
जागरण संवाददाता,शिमला। आइजीएमसी के निकाले गए 31 सुरक्षा कर्मचारियों पर मंगलवार को बैठक हुई। इस बैठक में किसी भी प्रकार की कोई भी सहमति नहीं बन पाई है। इसके बाद अस्पताल में फिर से बैठक रखी गई है। अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था का टेंडर प्रशासन ने नई कंपनी को दे दिया है। इस कंपनी ने अस्पताल के पुराने 31 सुरक्षा कर्मी को नौकरी पर नहीं रखा है। अभी तक इन 31 सुरक्षा कर्मचारी एजेंसी बदलने के बाद सड़क पर है।
पहले सभी सुरक्षा कर्मचारी इनके साथ थे, लेकिन अब बाकी 150 के लगभग सुरक्षा कर्मचारी काम पर लौट आए हैं लेकिन ये कर्मचारी नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि सुरक्षा कर्मचारियों को जब नौकरी से निकाला था तो उन्होंने सीटू के बैनर तले धरने प्रदर्शन शुरू किए थे,अब स्थिति सामान्य है।
इन्हें छोड़कर पूरा अस्पताल सामान्य तौर पर चल रहा है। सुरक्षा कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष बबलू ने बताया कि उन पर कोई फैसला प्रशासन नहीं ले रहा है। इससे इन कर्मचारियों को घर चलाना भी मुश्किल हो सकता है। उन्होंने प्रशासन से जल्द ही इस मसले पर फैसले लेने की मांग की है।
क्यों गहराया है विवाद अस्पताल में लंबे समय से प्रशासन व सुरक्षा कर्मचारियों के बीच में काफी विवाद रहा। कई मसलों पर दोनों ही पक्ष आमने सामने हो गए थे। प्रशासन के फाइलें उठाने से लेकर कई तरह के फैसलों का सुरक्षा कर्मचारियों ने विरोध किया। इसके बाद वेतन भी समय पर न मिलने तक बात पहुंची। इसके बाद अब सुरक्षा एजेंसी बदलते ही सभी कर्मचारियों को नौकरी मिली है, लेकिन 31 अभी तक फैसले के इंतजार में हैं।