Himachal News: थुनाग औद्यानिकी कॉलेज को लेकर विधानसभा में हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट, जगत नेगी बोले- न बंद होगा न शिफ्ट
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान सिराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग में खोले गए औद्यानिकी कॉलेज को लेकर जमकर हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार कॉलेज को बंद करने की कोशिश कर रही है। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि न तो कॉलेज बंद होगा और न ही इसे कहीं शिफ्ट किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान सिराज विधानसभा हलके के थुनाग में खोला गया औद्यानिकी काॅलेज का मामला गूंजा। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रश्नकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि उनके हलके के थुनाग में औद्यानिकी कॉलेज को खोला गया था और इसके लिए कुल मिलाकर 205 बीघा जमीन भूमि चयनित की गई थी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि इस कालेज को यहां सं बंद कर शिफ्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस कॉलेज के शिक्षकों के तबादले कर रही है और इसके चलते बच्चे माइग्रेशन मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि कॉलेज के भवन निर्माण को टेंडर लगे और फिर सरकार से एक पत्र जाता है कि टेंडर अवार्ड नहीं करना है और कहा गया कि कॉलेज को बंद किया जा रहा है। फिर कहा गया कि इसे शिफ्ट किया जा रहा है।
उन्होंने पूछा कि आखिर इस कॉलेज को जमीन पर क्यों खड़ा नहीं होने देना चाहते। उन्होंने टेंडर तुरंत अवार्ड करने की मांग की। सवाल के जवाब में बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि थुनाग में औद्यानिकी कॉलेज के लिए जो जगह चिन्हित की गई है, उसमें दो ही ब्लॉक बनाए जा सकते हैं। वहां पर हॉस्टल और अन्य ब्लाक नहीं बनाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कंसलटेंट की रिपोर्ट में इसका उल्लेख है।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर तंज कसते हुए कहा कि उनके पास पांच साल का समय था, उस समय इस पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि इस कालेज के निर्माण पर 300 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वे केंद्र से तीन सौ करोड़ ले आए इसका निर्माण कल ही शुरू करवा देंगे। उन्होंने कहा कि न तो यह काॅलेज शिफ्ट होगा और न ही इसे बंद किया जाएगा।जहां पर फिजिबल होगा, वहां पर इसे बनाया जाएगा। नेगी ने कहा कि पांच साल में जयराम ठाकुर ने अपने विधानसभा हलके में कई बड़े-बड़े रेस्ट हाउस बनाए हैं जिनमें इनमें 25 से 28 कमरे बने हैं और ऐसे में विचार किया जा सकता है कि क्या इनमें कालेज को चलाया जा सकता है।
वे इस मामले में मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी इस मामले में मुख्यमंत्री से बात हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री और बागवानी मंत्री से कालेज के लिए चयनित स्थान का निरीक्षण करने को भी कहा।वहीं, बागवानी मंत्री ने कहा कि बच्चों के लिए सारी सुविधाएं एक जगह होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो जगह है, वह कॉलेज के लिए उपयुक्त नहीं है। उन्होंने कहा कि वह कॉलेज को बेहतरीन तरीके से चलाएंगे। नेता प्रतिपक्ष 300 करोड़ रुपए ले आएं, वे कालेज का निर्माण करेंगे।
इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता हमारे साथ दिल्ली चलें, केंद्र से धन उपलब्ध करवाएं और वे तेजी से कार्य करवाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल मेडिकल विश्वविद्यालय का मामला उठाते हुए कहा कि जहां पर यह बना है, वह जमीन सरकार के नाम पर नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार इसका केस हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट दोनों जगह हार गई है और एक हजार रुपए की देनदारी खड़ी हो गई है।
इस बीच, नेता प्रतिपक्ष कुछ और जानकारी हासिल करना चाहते थे, लेकिन अध्यक्ष ने अगला सवाल लगा दिया और भाजपा के ही अनिल शर्मा ने अगला सवाल पूछ लिया। इसी दौरान विपक्ष के सदस्यों ने आपत्ति जताई और फिर शोर शराबा होने लगा और विपक्ष के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े हो गए और फिर नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। लेकिन अनिल शर्मा वहीं खड़े रहे और अपना सवाल पूछा।
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