Himachal: कालका-शिमला फोरलेन बहाल, कीरतपुर-मनाली आज 11 से तीन बजे तक रहेगा बंद; तीन दिन भारी वर्षा की चेतावनी
प्रदेश में बाढ़ भूस्खलन और बादल फटने के कारण अब तक नुकसान का आकलन 6717.15 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने नौ अगस्त को प्रदेश के पांच जिलों किन्नौर लाहुल स्पीति ऊना हमीरपुर और बिलासपुर को छोड़ बाकी सात जिलों में आंधी और वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। 10 से 12 अगस्त तक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।
राज्य ब्यूरो, शिमला: हिमाचल में वर्षा से कारण लोगों की मुसीबतें कम नहीं हो पा रही हैं। मंगलवार को प्रदेश में अधिकतर स्थानों पर बादल छाए रहे और हल्की धूप खिली रही। इस वजह से कई सड़कों को खोलने में मदद मिली। सात दिन से बंद कालका-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है।
मलबे को हटाया गया है
चक्की मोड़ के समीप सात दिन पहले गिरे मलबे को हटाया गया है। फिलहाल यहां से केवल छोटे वाहनों को ही जाने दिया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि बुधवार से यह मार्ग निजी व सरकारी बसों के लिए भी खोल दिया जाएगा। मार्ग बहाल होने के एक घंटे बाद भूस्खलन के कारण बंद करना पड़ा, लेकिन जल्द ही इसे फिर बहाल कर दिया गया। कीरतपुर-मनाली फोरलेन छह मील में मरम्मत के कारण बुधवार को चार घंटे बंद रहेगा।
यहां लगातार पहाड़ से मलबा गिर रहा है। एनएचएआइ ने मलबा भरने, ढुलाई करने और चट्टानें तोड़ने के लिए 20 से अधिक मशीनें यहां तैनात कर दी हैं। इस कार्य के कारण मनाली-चंडीगढ़ हाईवे बुधवार को दिन में 11 बजे से लेकर दोपहर बाद तीन बजे तक बंद रहेगा। लगातार वर्षा के कारण प्रदेश में मंगलवार को भी एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 218 सड़कों पर यातायात बंद रहा।
प्रदेश में बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने के कारण अब तक नुकसान का आकलन 6717.15 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने नौ अगस्त को प्रदेश के पांच जिलों किन्नौर लाहुल स्पीति, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर को छोड़ बाकी सात जिलों में आंधी और वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। 10 से 12 अगस्त तक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।