Himachal Politics: सुजानपुर में BJP को झटका, कैप्टन रंजीत सिंह राणा ने थामा कांग्रेस का 'हाथ'; लड़ सकते हैं उपचुनाव
Himachal Politics हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ छह सीटों पर उपचुनाव भी होने हैं। ऐसे में भाजपा ने उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसी बीच भाजपा के सुजानपुर से रहे पुर्व प्रत्याशी कैप्टन रंजीत राणा ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। वह सुजानपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं।
जागरण टीम, हमीरपुर/शिमला। Hamirpur By Elections: हमीरपुर जिले के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के करीबी और विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा प्रत्याशी रहे कैप्टन रंजीत सिंह राणा ने पार्टी छोड़ दी है।
कांग्रेस का थामा हाथ
बुधवार को नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य व प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ल से मुलाकात की और पार्टी में शामिल हुए। कैप्टन रंजीत सिंह राणा (Ranjit Singh Rana) ने 2022 में पूर्व मुख्यमंत्री धूमल के कहने पर चुनाव लड़ा था। कांग्रेस के अयोग्य घोषित विधायक राजेंद्र राणा पिछले माह भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद भाजपा ने उपचुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाया था।
कैप्टन रंजीत इससे नाराज थे और पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बना ली थी। कैप्टन रंजीत जिला परिषद के बगेड़ा वार्ड से सदस्य हैं। दो बार भाजपा के मंडल अध्यक्ष रहे हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल का विधानसभा चुनाव का जिम्मा भी संभाल चुके हैं। धूमल से प्रभावित होकर ही वह भाजपा में शामिल हुए थे।
399 मत से मिली थी हार
कैप्टन राणा पिछले विधानसभा चुनाव में राजेंद्र राणा से मात्र 399 मत से हार गए थे। राजेंद्र राणा को 27,679, कैप्टन रंजीत सिंह को 27,280, नोटा को 237, आम आदमी पार्टी प्रत्याशी अनिल को 212, बसपा प्रत्याशी ज्ञान चंद को 103 व निर्दलीय प्रत्याशी को 86 मत मिले थे। इस बार उपचुनाव में राजेंद्र राणा भाजपा की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।
रंजीत टिकट की दौड़ में शामिल
कैप्टन रंजीत सिंह के कांग्रेस में शामिल होने के बाद सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में नए समीकरण पैदा हो गए हैं। राजेंद्र राणा यहां से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ते थे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल को हराया था। पिछले चुनाव में कैप्टन रंजीत सिंह को मात दी थी।सूत्रों की मानें तो कैप्टन रंजीत सिंह टिकट की दौड़ में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस इन पर भी दांव खेल सकती है। रंजीत राणा पूर्व सैनिक हैं और सुजानपुर में सैनिक वोटरों की संख्या काफी ज्यादा है। अगर कांग्रेस कैप्टन को टिकट देती है तो 2022 के प्रत्याशी फिर आमने-सामने होंगे लेकिन दल बदल जाएंगे।
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