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Himachal Politics: एक्शन में सुक्खू सरकार, बिजली बोर्ड के 32 कार्यालय बंद

शिमला विधानसभा चुनावों के समय प्रदेश में खोले गए बिजली बोर्ड के 32 कार्यालयों को सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार ने बंद कर दिया है। हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड प्रबंधन की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Wed, 21 Dec 2022 12:19 PM (IST)
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एक्शन में सुक्खू सरकार, बिजली बोर्ड के 32 कार्यालय बंद

शिमला, जागरण संवाददाता: शिमला विधानसभा चुनावों के समय प्रदेश में खोले गए बिजली बोर्ड के 32 कार्यालयों को सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार ने बंद कर दिया है। हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड प्रबंधन की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। जिन कार्यालयों को बंद किया गया है उनमें 3 परिचालन वृत, 12 विद्युत मंडल, 17 विद्युत उप मंडल शामिल हैं।

नए खोले गए दफतरों को बंद करने के आदेश

बीते 12 दिसंबर को नई सरकार के निर्देशों के अनुसार बोर्ड ने अधिसूचना निकालते हुए नए खोले गए दफतरों को बंद करने के आदेश किए हैं। नए डिवीजन और परिचालन वृत बंद होने के बाद इनका कंट्रोल पुरानी व्यवस्था में ट्रांसफर हो जाएगा। जो कार्यालय बंद किए गए हैं उन्हें अप्रैल के बाद खोला गया था। ज्यादातर कार्यालय जुलाई व अगस्त में खोले गए थे। बिजली बोर्ड की कर्मचारी यूनियन ने सरकार के आदेशों का स्वागत किया है। यूनियन ने

सरकार के आदेशों के बाद प्रबंधन पर दवाब बनाया।

यूनियन का कहा - नए दफ्तरों को बंद किया जाए

यूनियन का कहना था कि नए दफ्तरों को बंद किया जाए क्योंकि उनका कोई औचित्य नहीं है। जिन कार्यालयों को डी नोटिफाई किया है उनमें इलेक्ट्रिकल डिवीजन नेरचौक, इलेक्ट्रिकल डिवीजन शिलाई, इलेक्ट्रिकल डिवीजन सराहां सिरमौर, संगड़ाह और सुजानपुर शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चुनाव क्षेत्र से राज्य के तहत थुनाग में खुला डिवीजन भी बंद कर दिया गया है।

नागणी में खुला इलेकि्ट्रकल डिवीजन भी बंद

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार के चुनाव क्षेत्र सुलह के नागणी में खुला इलेकि्ट्रकल डिवीजन भी बंद कर दिया है। इसके अलावा इलेकि्ट्रकल डिवीजन भावानगर, चंबा के तीसा, हरोली थानाकलां और भोरंज डिवीजऩ को भी बंद कर दिया गया है।ये नए सर्कल हुए बंदजो नए सर्कल बंद हुए हैं, उनमें भवारना और नूरपुर शामिल हैं।बंजार के बथाहर में खुले इलेकिक्ट्रिकल सेक्शन को भी डिनोटिफाई कर दिया गया है। बोर्ड के प्रबंध निदेशक ने चीफ इंजीनियर को इन सभी कार्यालयों को लेकर एक नया प्रस्ताव जस्टिफिकेशन के साथ बिजली बोर्ड को नए सिरे से पेश करने को कहा है। इसे कैबिनेट की पहली बैठक में रखा जाएगा।

यूनियन ने जताया सरकार का आभार, बोले नहीं थी जरूरत

हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड ईप्लाइज यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा व महासचिव हीरा लाल वर्मा ने प्रदेश सरकार द्वारा चुनाव से पहले बिजली बोर्ड में राजनीतिक दृषि्टकोण से खोले गए कायरलयों को डिनोटिफाई करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया है। यूनियन के महासचिव ने कहा कि बिजली बोर्ड में चुनावों से पहले पिछली सरकार द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए 3 परिचालन वृत, 12 विद्युत मंडल, 17 विद्युत उपमंडल खोले गए जिनकी अन्यथा बोर्ड में जरूरत ही नहीं थी।

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के अभाव के चलते इन कायरलयों के खोलने से उपभोक्ताओं को दी जा रही सेवायें बुरी तरह से प्रभावित हो रही थी। बिजली बोर्ड बड़े वितीय संकट से गुजर रहा है वहीं बिजली बोर्ड कर्मचारियों की भारी कमी से जूझ रहा है, ऐसे में इन कार्यालयों के खोलने से बोर्ड की वितीय स्थिति और बिगड़नी थी।

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