हिमाचल विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, 11 दिन के सत्र में पूछे गए 729 सवाल; 25 सरकारी बिल पास
हिमाचस मानसून सत्र 2024 (Himachal Assembly Session) समाप्त हो गई है। साथ ही हिमाचल विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। बता दें कि इस बार 11 दिनों तक मानसून सत्र की कार्यवाही चली। इस दौरान विधायकों ने कुल 729 प्रश्न पूछे। विधानसभा की सफल कार्यवाही के लिए सीएम ने विधानसभा अध्यक्ष को बधाई भी दी।
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने मंगलवार को मानसून सत्र की समाप्ति के साथ ही विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
11 दिनों तक चले मानसून सत्र की कार्यवाही 53 घंटे तक चली। इस दौरान 729 प्रश्न पूछे गए, नियम 62 में 14 और नियम 63 में एक विषय पर चर्चा की गई।
मानसून सत्र के दौरान 25 सरकारी बिल हुए पास
29 अगस्त और 5 सितंबर को गैर सरकारी सदस्य दिवस के दौरान विधायकों ने नियम 101 के तहत 8 गैर सरकारी सदस्य संकल्प पेश किए। नियम 102 के तहत 2, नियम 130 के तहत 5 विषयों पर चर्चा की गई। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस सत्र के दौरान 25 सरकारी बिल पास किए गए।यह भी पढ़ें- Sanjauli Mosque Dispute: संजौली मस्जिद विवाद को लेकर सदन में हो-हल्ला, सीएम सुक्खू और जयराम ठाकुर आमने-सामने
324 के तहत 12 विषय रखे गए और 45 प्रतिवेदन रखे गए। इस दौरान 20 शिक्षण संस्थानों के बच्चों ने विधानसभा की कार्यवाही देखी। विधानसभा की कार्यवाही को देखने के लिए विधानसभा द्वारा 1080 पास जारी किए गए। विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा सत्र के सफल संचालन के लिए सभी के सहयोग के लिए उनका आभार भी जताया।
324 के तहत 12 विषय रखे गए और 45 प्रतिवेदन रखे गए। इस दौरान 20 शिक्षण संस्थानों के बच्चों ने विधानसभा की कार्यवाही देखी। विधानसभा की कार्यवाही को देखने के लिए विधानसभा द्वारा 1080 पास जारी किए गए। विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा सत्र के सफल संचालन के लिए सभी के सहयोग के लिए उनका आभार भी जताया।
विपक्ष दिशाहीन, आईसीयू में चला गया मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश विधानसभा भी व्यवस्था परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। पहले दस दिन का सत्र था और फिर विधानसभा अध्यक्ष ने इस सत्र को एक दिन और बढ़ाकर इतिहास रच दिया। मुख्यमंत्री ने विधानसभा की कार्यवाही के सफल संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष पूरी तरह से दिशाहीन हो गया है और वह आईसीयू में चला गया है। उन्होंने कहा कि वाकआउट करने के बाद सत्र की समाप्ति पर उन्हें सदन में आना चाहिए था।यह भी पढ़ें- 'केंद्र के सहयोग से चल रही है सुक्खू सरकार',जयराम ठाकुर ने कहा- कर्ज लेने की नहीं सुधरी आदत तो स्थिति होगी और खराब
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