Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

कांग्रेस में होने जा रहा बड़ा बदलाव, निष्क्रिय पदाधिकारियों की होगी छुट्टी; हाईकमान ने दी स्वीकृति

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस (Himachal Pradesh Congress) में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। संगठन को मजबूत बनाने के लिए पार्टी निष्क्रिय पदाधिकारियों की जगह नए और कर्मठ कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपेगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने दिल्ली दौरे के दौरान इस पर चर्चा की थी। अब जल्द ही प्रदेश के सभी जिलों का दौरा कर पदाधिकारियों से फीडबैक लिया जाएगा।

By Anil Thakur Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 02 Oct 2024 12:27 PM (IST)
Hero Image
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में होगा बड़ा बदलाव

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में बदलाव होगा। इसके लिए संगठन के स्तर पर तैयारियां तेज हो गई हैं। पार्टी के ऐसे पदाधिकारी जो अहम पदों पर तो हैं, लेकिन संगठन की बैठकों व कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं, उनकी कुर्सी जाना तय है।

इनके स्थान पर पार्टी नए व कर्मठ पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपेगी। दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने इसको लेकर चर्चा की थी। कांग्रेस हाईकमान का स्पष्ट मानना है कि जो पदाधिकारी निष्क्रिय है उसकी जगह नए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।

प्रतिभा सिंह ने जारी किया बयान

जारी बयान में प्रतिभा सिंह ने कहा कि संगठन को चुस्त दुरुस्त करने के लिए जल्द ही पार्टी में कर्मठ कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाएंगी। संगठन सर्वोपरि है और इसकी मजबूती के लिए सभी नेताओं व पदाधिकारियों को एकजुटता से कार्य करना होगा। प्रतिभा सिंह ने कहा कि वह जल्द ही प्रदेश के सभी जिलों का दौरा कर पदाधिकारियों से फीडबैक लेंगी।

उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ हैं, इसलिए उन्हें मजबूती प्रदान करना प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर कार्य करने व भाजपा के किसी भी दुष्प्रचार व षड्यंत्र का जवाब देने का आह्वान किया। कहा कि हमें प्रदेश में आपसी भाईचारे को मजबूत करते हुए देश की एकता व अखंडता को नुकसान पहुंचाने वालों से सचेत रहना होगा।

यह भी पढ़ें- Masjid Controversy: संजौली मस्जिद पर फैसले से पहले होगा हनुमान चालीसा का पाठ, देवभूमि संघर्ष समिति ने किया एलान

बैठक में भी उठा था मामला

23 सितंबर को कांग्रेस मुख्यालय शिमला में पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी ने बैठक ली थी। बैठक में भी संगठन के कमजोर होने का कारण बताया गया था। पदाधिकारियों ने यह कहा था कि प्रदेश अध्यक्ष को खुला हाथ मिलना चाहिए। जो पदाधिकारी बड़े पद लेकर बैठे हैं, उनके स्थान पर नए पदाधिकारियों को जिम्मेदारी देनी चाहिए। बैठक के बाद प्रतिभा सिंह ने दिल्ली में हाईकमान से यह मामला उठाया। अब इस पर अहम निर्णय किया जाएगा।

यह भी पढ़ें- हिमाचल के मंदिरों में डिजिटल सेवाओं के विस्तार के लिए बनेगी राज्यव्यापी नीति: मुकेश अग्निहोत्री

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें