हिमाचल प्रदेश के पूर्व CM जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि बिजली ड्यूटी में वृद्धि करके उद्योगों को बर्बाद करना चाह रही है। उन्होंने दावा किया कि ड्यूटी बढ़ाने के अलावा प्रोत्साहन के लिए दी जाने वाली रियायत को भी वापस ले लिया है। ऐसे ही चलता रहा तो प्रदेश में नए उद्योग आने के बजाय जो हैं वे भी पलायन कर जाएंगे।
By Anil ThakurEdited By: MOHAMMAD AQIB KHANUpdated: Sun, 10 Sep 2023 08:08 PM (IST)
शिमला, जागरण संवाददाता: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार बिजली ड्यूटी में वृद्धि करके उद्योगों को बर्बाद करना चाह रही है। उन्होंने दावा किया कि ड्यूटी बढ़ाने के अलावा प्रोत्साहन के लिए दी जाने वाली रियायत को भी वापस ले लिया है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और राजनीतिक भावना से लिया गया निर्णय है।
सरकार पार्टी की नहीं प्रदेश की होती है। एक सरकार उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहन देती है, दूसरी सरकार आकर वे सुविधाएं छीन लेती है।
यहां जारी बयान में जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना के बाद प्रदेश में उद्योग-धंधों को गति देने के लिए हमारी सरकार ने कुछ रियायतें दी थी। उन्हें भी खत्म कर दिया गया है। ऐसे ही चलता रहा तो प्रदेश में नए उद्योग आने के बजाय जो हैं वे भी पलायन कर जाएंगे।
हम उद्योगपतियों को देश में सबसे सस्ती बिजली देने का वादा करके लाए और आज उन्हें सबसे महंगी बिजली मिल रही है। बिना उद्योग प्रदेश के विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि एचटी लाइन के तहत उद्योग के लिए बिजली ड्यूटी 11 से बढ़ाकर 19 प्रतिशत कर दी है।
यह भी पढ़ें:-
Mandi News: जयराम ठाकुर ने हिमाचल के हालातों पर की चर्चा, कहा- लोगों को मदद देने में विफल हो रही प्रदेश सरकार
छोटे और मध्यम उद्योगों पर बिजली ड्यूटी कर दी 11 से 17 प्रतिशत
ईएचटी के तहत उद्योगों के लिए इसे 13 से बढ़ाकर 19 प्रतिशत कर दिया गया है। छोटे और मध्यम उद्योगों पर बिजली ड्यूटी 11 से 17 प्रतिशत कर दी है। सीमेंट संयंत्रों पर बिजली ड्यूटी 17 से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दी है। यही नहीं डीजल जनरेटर सेट द्वारा बिजली उत्पादन पर 45 पैसे प्रति यूनिट की दर से शुल्क भी लगाया गया है।
प्रदेश सरकार की गलत नीतियों से बढ़ रही महंगाई व बेरोजगारी
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पहले ही आपदा की मार झेल रहे प्रदेश को आर्थिक तौर से मजबूत होने के लिए उद्योगों की आवश्यकता है, लेकिन सरकार के इस फैसले से उद्यमी सकते में हैं। यहां जारी बयान में वीरेंद्र कंवर ने सरकार पर झूठे आश्वासन देने का आरोप लगाया। कहा कि कांग्रेस ने सत्ता हथियाने के लिए सरकारी क्षेत्र में पांच लाख नौकरियां देने की गारंटी दी थी, जबकि इस प्रकार के फैसलों से महंगाई व बेरोजगारी बढ़ेगी।
यह भी पढ़ें:-
'केंद्र सरकार ने आपदा राहत के लिए क्या दिया, जयराम ठाकुर श्वेत पत्र जारी करके बताएं'- विक्रमादित्य सिंह