Himachal Rain: हिमाचल में अगस्त में सामान्य से 72 प्रतिशत अधिक वर्षा ने मचाई तबाही, ऊना में टूटे सारे रिकॉर्ड
Himachal Rainfall In August हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान सामान्य से अधिक वर्षा हुई है खासकर अगस्त में जिससे भारी नुकसान हुआ है। ऊना जिले में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। राज्य में भूस्खलन और बाढ़ की घटनाओं में वृद्धि हुई है जिससे जान-माल की भारी क्षति हुई है। अगस्त माह में रिकॉर्ड तोड़ बारिश के कारण करोड़ों का नुकसान हुआ है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Rainfall In August, हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान सामान्य से अभी तक 826 मिलीमीटर ज्यादा वर्षा हो चुकी है। बीते चार वर्षों के दौरान इस बार बादल फटने की सबसे अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं। हालांकि हर बार करीब 20 से 25 बादल फटने की घटनाएं होती थी लेकिन अभी तक 45 घटनाएं हो चुकी हैं।
अगस्त में मानसून जमकर बरसी और भारी त्राहिमाम मचाई। जिससे उभरने में कई वर्ष लग जाएंगे। अगस्त माह में राज्य में औसतन 440.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई है, जो सामान्य वर्षा 256.8 मिलीमीटर से 72 प्रतिशत अधिक है।
राज्य के लगभग सभी जिलों में सामान्य से 26 से 162 प्रतिशत तक अधिक वर्षा दर्ज की गई है। इसके कारण भारी भू स्खलन और बाढ़ की घटनाएं हुई। प्रदेश में अभी तक अगस्त माह में सबसे अधिक नुकसान आंका गया है।
ऊना जिले में सबसे अधिक वर्षा रिकार्ड
प्रदेश में अगस्त माह में सबसे अधिक वर्षा ऊना जिले में 823.6 मिलीमीटर दर्ज की गई है। जो सामान्य से 121 प्रतिशत अधिक है। हालांकि प्रतिशतता के आधार पर सबसे अधिक वर्षा कुल्लू में 472.9 मिलीमीटर दर्ज की गई है, जो सामान्य वर्षा 180.2 मिलीमीटर से 162 प्रतिशत अधिक वर्षा है। मंडी में 681.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से 72 प्रतिशत अधिक रही।
शिमला में 444 मिलीमीटर वर्षा दर्ज
राजधानी शिमला में 444.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जबकि सामान्य वर्षा 196.4 मिलीमीटर से 126 प्रतिशत अधिक रही। चंबा में 595.3 मिलीमीटर वर्षा हुई, जो सामान्य से 104 प्रतिशत अधिक है। प्रदेश के शुष्क जिलों किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिलों में भी इस बार सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई। किन्नौर में 140.5 मिलीमीटर वर्षा हुई, जो 81 प्रतिशत अधिक है।
अभी तक अगस्त माह में सबसे अधिक नुकसान
प्रदेश में अभी तक अगस्त माह में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। जून माह में 40 करोड़ का नुकसान दर्ज किया गया। जबकि जुलाई में 1287 करोड़ और अगस्त माह में 1713 कराेड़ का नुकसान आंका जा चुका है। ये नुकसान अभी और बढ़ेगा।
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जिला आधार पर वर्षा मिलीमीटर में और अंतर प्रतिशत में
- जिला वास्तविक वर्षा सामान्य वर्षा अंतर
- ऊना 823.6 372.2 121
- कांगड़ा 816.2 631.5 29
- मंडी 681.5 395.3 72
- सोलन 628.6 287.9 118
- हमीरपुर 622.1 400.6 55
- बिलासपुर 598.7 316.8 89
- चंबा 595.3 291.7 104
- सिरमौर 553.5 402.1 38
- कुल्लू 472.9 180.2 162
- शिमला 444.4 196.4 126
- किन्नौर 140.5 77.6 81
- लाहुल-स्पीति 147.9 117.6 26
- प्रदेश में 440.8 256.8 72
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बरसात के दौरान अभी तक 3042 करोड़ का नुकसान
प्रदेश में 20 जून से लेकर अभी तक 3042 करोड़ के नुकसान का आकलन किया जा चुका है। अभी तक 166 लोगों की बादल फटने, भूस्खलन व अन्य कारणों से मौत हो चुकी है। प्रदेश में 824 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जबकि 3215 मकानों 467 दुकानों और 3646 गौशालाओं को नुकसान हुआ है।
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