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Himachal Pradesh Weather: मौसम विभाग ने आठ जिलों में जारी की लू चलने की चेतावनी, शिमला की ओर रुख कर रहे पर्यटक

हिमाचल प्रदेश में लोगों को अभी गर्मी से राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है। मौसम विभाग ने आठ जिलों में लू चलने की चेतावनी जारी की है। इसके कारण तापमान में सामान्य से दो से चार डिग्री तक बढ़ोतरी होने की संभावना है। शिमला में लोगों को दिन की गर्मी परेशान कर रही है तो रात में बारिश की बौछार से लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है।

By Rohit Sharma Edited By: Deepak Saxena Updated: Wed, 22 May 2024 07:58 AM (IST)
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मौसम विभाग ने आठ जिलों में जारी की लू चलने की चेतावनी (फाइल फोटो)।
जागरण संवाददाता, शिमला। प्रदेश में मौसम को लेकर विभाग ने आठ जिलों में लू (Heat Wave) चलने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार, कांगड़ा, मंडी, ऊना, कुल्लू, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन व सिरमौर में लू चलेगी। इसके कारण तापमान में सामान्य से दो से चार डिग्री तक वृद्धि होने का अनुमान है। वहीं, शिमला में दिन में गर्मी का माहौल बना रहता है तो शाम होते ही बारिश से लोगों को राहत मिल रही है।

शिमला में दिन की तपिश पर शाम को राहत की बौछारें गिर रही हैं। दिन में जहां लोगों को गर्मी खूब तपा रही है वहीं शाम को वर्षा की बौछारें लोगों को ठंडक दे रही हैं। मंगलवार को भी शिमला में दिन के समय गर्मी का प्रकोप था और अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।

शिमला की ओर रुख कर रहे पर्यटक

तेज धूप से बचने के लिए लोग पेड़ों की छांव और छाते का सहारा ढूंढ रहे थे तो शाम पांच बजे के बाद वर्षा की हल्की बौछारों ने वातावरण में ठंडक घोल दी। इससे लोगों के साथ पर्यटकों को काफी राहत मिल रही है। सोमवार को भी दिनभर तपिश सहने के बाद शाम को वर्षा हो गई थी।

मैदानी इलाकों में आग उगल रही गर्मी से छुटकारा पाने के लिए लोग पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। ऐसे में शिमला में भी पर्यटकों की खूब चहल-पहल है। सुबह से ही रिज मैदान और मालरोड पर पर्यटकों की भीड़ जमा होना शुरू हो जाती है। शाम को रिज व मालरोड पर्यटकों से खचाखच भर जाते हैं। इससे पहले जहां शिमला में सिर्फ सप्ताहांत पर पर्यटकों की भीड़ रहती थी, तो शिमला जिला के अन्य पर्यटन स्थलों भी सैलानियों से गुलजार है।

खूब रास आ रहा कुफरी नारकंडा का मौसम

पर्यटकों को कुफरी व नारकंडा का मौसम खूब रास आ रहा है। शिमला शहर के मुकाबले कुफरी और नारकंडा में गर्मी कम है। यहां का अधिकतम तापमान 23 डिग्री के आसपास है। ऐसे में पर्यटक कुफरी और नारकंडा के मौसम का खूब लुत्फ उठा रहे हैं। इसके अलावा मशोबरा और नालदेहरा में भी पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ व दिल्ली से काफी संख्या में सैलानी शिमला आ रहे हैं।

पिछले साल की तुलना में इस साल मई माह में अधिक गर्मी पड़ रही है। इस समय कई जिले भट्ठी की तरह तप रहे हैं। झुलसती गर्मी ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। दोपहर के समय सूर्यदेव आग उगल रहे हैं जिससे घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है।

आगामी दिनों में और बढ़ेगी गर्मी

मौसम विभाग की मानें तो आगामी दिनों में गर्मी से राहत मिलने के आसार कम ही हैं। गर्मी के कारण बाजारों में आने से ग्राहक भी आने से कतरा रहे हैं। मौसम विभाग के समन्वयक विनोद कुमार ने बताया कि मंगलवार को भी तापमान में मामूली गिरावट आई है। उन्होंने आगामी दिनो में गर्मी बढने की संभावना जताई है।

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मौसम की बेरुखी में सावधानी बरतें बागवान

वर्तमान में तापमान के उतार चढ़ाव एवं मौसम की बेरुखी के कारण बागवान सावधानी बरतें। विषय वाद विशेषज्ञ (एसएमएस) बागवानी आनी उत्तम पराशर का कहना है कि इस कारण सेब की फसल में विभिन्न रोगों के पनपने की समस्या बागवानों के सामने पेश आ रही है।

स्कैब सहित पाउडरी मिलड्यू जैसे रोगों से बागवानों को परेशानी उठानी पड़ रही है। साथ ही माइट का खतरा भी बागवानों के सामने हैं। उनका कहना है कि इस समस्या से निपटने के लिए बागवान बागवानी विभाग की ओर से जारी छिड़काव सारणी (स्प्रे शेड्यूल) के हिसाब से छिड़काव करें।

माइट का खतरा बढ़ने पर सावधानी से करें छिड़काव

एसएमएस का कहना है कि यह समय बागवानों के लिए सेब की फसल के हिसाब से अति महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में उक्त बीमारियों से सेब की फसल को बचाने के लिए वैज्ञानिक तरीके से छिड़काव आवश्यक हो जाता है। अन्यथा सेब की फसल बर्बाद होने का खतरा भी रहता है। इसलिए जिन बागवानों के बागीचों में ये बीमारियां दिख रही हैं।

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