विक्रमादित्य सिंह ने मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की, कहा- पूरा परिवार कांग्रेस के लिए समर्पित
Himachal News हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने पार्टी और सरकार के कार्यक्रमों पर चर्चा की और राज्य में चल रहे महत्वपूर्ण मुद्दों से अवगत कराया। मस्जिद विवाद को लेकर भी चर्चा हुई। इससे पहले विक्रमादित्य सिंह ने केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी।
राज्य ब्यूरो, शिमला। राज्य लोक निर्माण और शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नई दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की। इस मुलाकात में विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल प्रदेश में पार्टी और सरकार के कार्यक्रमों पर चर्चा की और राज्य में चल रहे महत्वपूर्ण मुद्दों से उन्हें अवगत कराया। विक्रमादित्य सिंह ने पार्टी की गतिविधियों को आगे बढ़ाने और राज्य की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने पर जोर दिया।
मस्जिद विवाद को लेकर की चर्चा
उन्होंने कहा कि पार्टी को मजबूत करने और राज्य के विकास के लिए काम करना हमारी प्राथमिकता हैं जिसे पूर्ण मज़बूती से किया जाएगा। हिमाचल में मस्जिद के अवैध निर्माण व उसके बाद उपजे विवाद को लेकर भी राष्ट्रीय अध्यक्ष से चर्चा की व उन्हें स्थिति से अवगत करवाया।
केसी वेणुगोपाल से भी की थी मुलाकात
विक्रमादित्य सिंह ने बीते रोज राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की थी। विक्रमादित्य सिंह ने आश्वासन दिया कि सरकार पार्टी के मूल सिद्धांतों पर काम करेगी और विकास की दिशा में प्रदेश को आगे बढ़ाने में कृत संकल्पित हैं।
विक्रमादित्य ने कहा- वह पार्टी के निष्ठावान सिपाही
बीते रोज राष्ट्रीय महासचिव से मुलाकात के बाद भी विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि वह पार्टी के निष्ठावान सिपाही हैं और पार्टी लाइन से बाहर जाकर कभी कुछ नहीं कहेंगे। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह और उनका परिवार कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित हैं और पूरी निष्ठा के साथ संगठन का काम कर रहे हैं। उनके लिए पार्टी और हिमाचल प्रदेश के हित सर्वोपरि हैं लिहाजा वह पार्टी लाइन से आगे जाकर कुछ नहीं कहेंगे।
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'प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी'
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है और माहौल अच्छा बना रहे इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति कहीं से भी आकर अपना रोजगार कर सकता है, परंतु किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इससे बचने के लिए सरकार चाहती है कि कानून के तहत आइडेंटिफिकेशन होनी चाहिए।
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