Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Himachal Pradesh: सांसद सुरेश कश्यप ने की भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश, जेपी नड्डा से की थी मुलाकात

हिमाचल भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने पद से त्यागपत्र देने की पेशकश की है। शिमला संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य सुरेश कश्यप ने वीरवार को दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर प्रदेश अध्यक्ष पद से भारमुक्त करने का आग्रह किया है।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Fri, 21 Apr 2023 10:09 AM (IST)
Hero Image
सांसद सुरेश कश्यप ने की भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश, जेपी नड्डा से की थी मुलाकात

शिमला, जागरण संवाददाता : Lok Sabha Election:  हिमाचल भाजपा अध्यक्ष (Himachal BJP President)  सुरेश कश्यप (MP Suresh Kashyap) ने पद से त्यागपत्र देने की पेशकश की है। शिमला संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य सुरेश कश्यप ने वीरवार को दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मुलाकात कर प्रदेश अध्यक्ष पद से भारमुक्त करने का आग्रह किया है।

हालांकि, उनका कार्यकाल जुलाई में पूरा हो रहा है, लेकिन बताया जा रहा है कि पार्टी उन्हें फिर लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाएगी, ऐसे में वह संगठन के पद से मुक्त होकर चुनाव पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।

मौखिक तौर पर भारमुक्त करने की बात कही

पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कश्यप ने लिखित नहीं बल्कि मौखिक तौर पर भारमुक्त करने की बात कही है। अगले वर्ष लोकसभा चुनाव में भाजपा उन्हें शिमला से प्रत्याशी बनाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते वह सभी संसदीय क्षेत्रों में चुनाव प्रचार व पार्टी के बड़े नेताओं की रैलियों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।

नए अध्यक्ष की तलाश कर रही पार्टी

ऐसे में पार्टी किसी राज्यसभा सदस्य या अन्य नेता को संगठन में यह दायित्व सौंप सकती है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से पार्टी में इस पर मंथन चल रहा था। पार्टी ने नए अध्यक्ष की तलाश तो पहले ही शुरू कर दी थी, लेकिन अब तक किसी की नियुक्ति नहीं की है।

नगर निगम चुनाव के बाद हो सकती है घोषणा

भाजपा नगर निगम शिमला के चुनाव के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है। लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में कार्यक्रम इसी वर्ष शुरू हो सकते हैं। बड़े नेताओं की रैलियां या अन्य कार्यक्रम अक्टूबर या नवंबर में हो सकते हैं। अभी चार मई तक शिमला नगर निगम के चुनाव हैं। इसके बाद ही कोई निर्णय पार्टी लेगी। हालांकि, टिकट आवंटन के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कर सकती है।