Move to Jagran APP

Himachal Pradesh News: हिमाचल में जमकर हो रही सेब और नाशपाती की बिक्री, बढ़िया दाम मिलने से बागवानों में खुशी की लहर

हिमाचल प्रदेश में नाशपाती और सेबों का दाम बागवानों को अच्छा मिल रहा है। पिछले हफ्ते जहां 15 हजार पेटी के हिसाब से सेब मिल बेचा जा रहा था। अब इसकी कीमत 23 हजार हो गई है। सेब और नाशपाती का अच्छा दाम मिलने से बागवानों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई है। गुरुवार को मंडी में 20 किलो सेब की पेटी का दाम 5200 रुपए मिला है।

By narveda kaundal Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 08 Aug 2024 04:23 PM (IST)
Hero Image
पराला मंडी में कोटखाई के धाली गांव के बागवान अखिल चौहान सेब की फसल बोली लगाते आढ़ती। जागरण
सुनील ग्रोवर, ठियोग। हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला के उपमंडल ठियोग की पराला सेब मंडी में सेब के कारोबार में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले सप्ताह 15 हजार पेटी की आमद बढ़कर वीरवार को 23 हजार से अधिक पेटी की हो गई है। माध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में सेब तुड़ान अधिक होने से यह आमद बढ़ी है।

वहीं, मंडी में फसल के अच्छे दाम मिलने से बागवानों के चेहरों पर खुशी की लहर है। कोटखाई के धाली गांव के बागवान अखिल चौहान के गाला किस्म के सेब को वीरवार को रिकॉर्ड 260 रुपये प्रति किलो के भाव मिले। इसी बागवान को बुधवार को स्पर के जेड वन किस्म के स्पर सेब को 230 रुपये किलो के दाम मिले थे।

वीरवार को मंडी में 20 किलो की पेटी को रिकॉर्ड दाम 5200 रुपये मिला। इस तरह के बेहतर दामों के मिलने से युवाओं में सेब के उत्पादन के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है।

प्रगतिशील बागवानों की नई तकनीक से मिल रहे परिणाम

सेब उत्पादन में नई तकनीक और किस्मों के आने से प्रगतिशील बागवानी के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। बागवान अपने पुराने और परंपरागत सेब के बगीचों को हटा कर विदेशों से आयातीत विभिन्न किस्मों के पौधे लगा रहे हैं जिसका परिणाम बेहतर मिल रहा है।

बागवानी के नए प्रारूप से जहां प्रदेश की आर्थिकी को मजबूती मिल रही है वहीं दूसरी ओर बागवान संपन्न हो रहे हैं। इसी तरह किसान भी अपने खेतों में उत्तम किस्म के बीजों की मदद से अच्छी गुणवत्ता वाली फसल निकाल रहे हैं।

विभिन्न किस्म को मिले दाम

मंडी में रॉयल सेब को 75 से 160, रेड गोल्ड को 35 से 80, स्पर किस्म को 100 से 230, गाला किस्म के सेब को 100 से 260, टाइड मेन 20 से 80 प्रति किलो के दाम मिले। जबकि मोटी डंडी की नाशपाती को 30 से 90 के दाम मिले।

मंडी में विभिन्न किस्मों के सेब की 23607 पेटी और नाशपाती की 6520 पेटी बिकने के लिए पहुंची। मंडी में 40 से अधिक आढ़ती सेब का कारोबार कर रहे हैं जबकि बाहरी राज्यों के 20 लदानी खरीद फरोख्त का काम कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें- Himachal News: सिरमौर जिले में डेंगू का कहर, अब 881 पर पहुंचा आंकड़ा; महज 10 दिन में बढ़े 485 मामले

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।