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Snowfall in Himachal: हिमाचल में बर्फबारी ने रोकी वाहनों की रफ्तार, जनजीवन अस्‍त-व्‍यस्‍त; चार NH सहित 134 सड़कें बंद

Snowfall in Himachal हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी ने वाहनों की रफ्तार रोक दी है। हिमपात के कारण चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 134 सड़कें बंद हो गईं। मंगलवार रात से रुक-रुक कर बर्फबारी का क्रम जारी है। साथ ही अधिक बर्फबारी की संभावना है। मौसम विभाग ने 31 जनवरी और 1 फरवरी को अलग-अलग स्थानों पर भारी बर्फबारी और बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।

By Agency Edited By: Himani Sharma Updated: Wed, 31 Jan 2024 02:25 PM (IST)
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बर्फबारी से जनजातीय इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त (फाइल फोटो)

पीटीआई, शिमला। Snowfall in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों और अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में साल की पहली बड़ी बर्फबारी के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसको लेकर चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 134 सड़कें बंद हो गईं।

मंगलवार रात से रुक-रुक कर बर्फबारी का क्रम जारी है। साथ ही अधिक बर्फबारी की संभावना है। मौसम विभाग ने 31 जनवरी और 1 फरवरी को अलग-अलग स्थानों पर भारी बर्फबारी और बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।

बर्फबारी से किसानों में खुशी

बर्फबारी और भारी बर्फबारी के पूर्वानुमान ने किसानों और फल और सब्जी उत्पादकों को खुश कर दिया है। जिन्हें सूखे के कारण फसल का भारी नुकसान हुआ था। कृषि विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि बारिश का मौसम रबी फसलों के लिए फायदेमंद होता है। पर्यटन कारोबारी भी उत्साहित हैं क्योंकि बर्फबारी से भारी संख्‍या में पर्यटकों की उम्‍मीद बनी हुई है।

बता दें मनाली और शिमला को मानसून आपदा के कारण नुकसान उठाना पड़ा था। वहीं नए साल पर कमरे की व्यस्तता लगभग 60 प्रतिशत थी, जो चार दशकों में सबसे कम थी। एक स्थानीय होटल व्यवसायी ने कहा कि बर्फबारी से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और हमें आने वाले दिनों में अच्छे कारोबार की उम्मीद है।

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मनाली, डलहौजी, सांगला, नारकंडा और कुफरी के प्रमुख पर्यटक रिसॉर्ट्स में मध्यम बर्फबारी हुई, जबकि मध्य और निचली पहाड़ियों में छिटपुट बारिश हुई। जिससे लंबे समय से सूखे का दौर टूट गया। निचली पहाड़ियों में शीतलहर की स्थिति बनी रही और सुबह के समय कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाया रहा और लोगों को ऊनी कपड़े पहने देखा गया।

कहां कितनी हुई बर्फबारी

लाहौल और स्पीति के कुमुमसेरी में 14.2 सेमी बर्फबारी हुई, खदराला में 14 मिमी, भरमौर में 8.6 सेमी, सांगला और शिलारू में 5-5 सेमी, सुमधो में 4.8 सेमी, कोकसर में 2.5 सेमी, जबकि चंबा के सलोनी में 25.2 मिमी, मनाली में 12 मिमी और रामपुर में सबसे अधिक बारिश हुई। 9 मिमी, सियोबाग में 8.8 मिमी, भुंतर में 8.2 मिमी, सराहन में 7 मिमी और पंडोह में 5.5 मिमी जबकि शिमला में बूंदाबांदी हुई।

स्‍पीत‍ि में 120 सड़कें बंद

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार लाहौल और स्पीति जिले में अधिकतम 120 सड़कें बंद हैं और राज्य में लगभग 400 ट्रांसफार्मर बाधित हुए हैं। कुकुमसेरी रात में सबसे ठंडी रही, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। नारकंडा शून्य से 1.3 डिग्री नीचे, कल्पा शून्य से 1.2 डिग्री नीचे, कुफरी 0.1 डिग्री, डलहौजी 1 डिग्री, मनाली 1.4 डिग्री और शिमला 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने दी चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार इस अवधि के दौरान लाहौल-स्पीति, शिमला (शिमला शहर और आसपास के क्षेत्रों सहित), किन्नौर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में तीन या चार बार भारी बारिश या बर्फबारी होने की संभावना है। राज्य में जनवरी 2022 सबसे शुष्क रहा, जिसमें लगभग 99 प्रतिशत कम बारिश हुई और दिसंबर 2023 में 83 प्रतिशत कम बारिश हुई।

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पूर्वानुमान में कहा गया है कि बर्फबारी से पानी, बिजली, संचार और संबंधित सेवाओं जैसी आवश्यक सेवाएं बाधित होने और दृश्यता कम होने की संभावना है। सुबह के समय कम तापमान और बारिश के कारण पूरे हमीरपुर जिले में प्राथमिक छात्रों की उपस्थिति पर असर पड़ा, क्योंकि ठंडे मौसम और ठंडी हवाओं के कारण माता-पिता ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना पसंद किया।