खुशखबरी! मेधावी छात्रों को विदेश भेजेगी सुक्खू सरकार, जानें क्या है नियम और प्रक्रिया
हिमाचल (Himachal News) की सुक्खू सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश सरकार 50 मेधावी विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण पर विदेश भेजेगी। इसके लिए नियम तय किए गए हैं। जल्द ही इंग्लैंड मिस्र कंबोडिया व सिंगापुर में से किसी एक देश का नाम तय कर दिया जाएगा। विद्यार्थियों को विदेश भ्रमण के लिए ऐसा समय चयनित करेगी जिससे उनकी वार्षिक परीक्षाओं की तैयारियां प्रभावित न हों।
अनिल ठाकुर, शिमला। हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार प्रदेश के 50 मेधावी विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण पर विदेश भेजेगी। इसके लिए नियम तय कर दिए हैं।
शिक्षकों को सरकार ने सिंगापुर भेजा था, लेकिन विद्यार्थियों के लिए चार देशों के नाम पर चर्चा चल रही है। इनमें इंग्लैंड, मिस्र, कंबोडिया व सिंगापुर पर मंथन चल रहा है। जल्द ही इनमें से किसी एक देश का नाम तय कर दिया जाएगा।
ऐसे विद्यार्थी भेजे जाएंगे विदेश भ्रमण पर
सरकार विद्यार्थियों को विदेश भ्रमण के लिए ऐसा समय चयनित करेगी, जिससे उनकी वार्षिक परीक्षाओं की तैयारियां प्रभावित न हों। जमा एक से 20 और जमा दो कक्षा से 20 ऐसे विद्यार्थियों को विदेश भ्रमण के लिए चुना जाएगा, जिन्होंने दसवीं कक्षा की परीक्षा में 95 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त किए होंगे।
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इन दोनों कक्षाओं के विद्यार्थियों के दसवीं कक्षा के प्राप्त अंकों को 10 से गुणा किया जाएगा। इन अंकों के आधार पर विद्यार्थियों को एक से 10 तक अंक दिए जाएंगे। यदि किन्हीं विद्यार्थियों के अंक समान पाए जाते हैं तो जिस विद्यार्थी की आयु अधिक होगी, उसे चुना जाएगा।
10 विद्यार्थियों का ऐसे होगा चयन
राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले चार, गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुए दो एनसीसी कैडेट, दो एनएसएस स्वयंसेवी, एक स्काउट एंड गाइड और राष्ट्रीय सांस्कृतिक गतिविधि में शामिल एक विद्यार्थी को भी विदेश भ्रमण पर भेजा जाएगा। इन श्रेणी के विद्यार्थियों को दसवीं कक्षा में मिले अंकों को 20 से गुणा किया जाएगा। इन अंकों के आधार पर पांच अंक मिलेंगे।
ITI में शुरू होंगे कृषि-बागवानी-फार्म प्रबंधन के डिप्लोमा कोर्स
हिमाचल के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सुक्खू सरकार ने बड़ा फैसला लेने जा रही है। दरअसल, सुक्खू सरकार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआई) में कृषि, बागवानी, फार्म प्रबंधन में डिप्लोमा कोर्स शुरू करने जा रही है।
प्रदेश में अभी तक कृषि, बागवानी में बीएससी व एमएससी स्तर की डिग्री ही होती है और 10वीं व 12वीं के बाद इससे संबंधित कोई डिप्लोमा कोर्स नहीं करवाया जाता है। हालांकि, निजी क्षेत्रों में सहायक कर्मचारियों (छोटे पदों) की मांग को देखते हुए सुक्खू सरकार ने यह निर्णय लेने जा रही है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि विभाग को पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा, प्लेसमेंट सेल को भी सक्रिय करने की तैयारी की जा रही है।
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