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Himachal Weather Update: प्रदेश में तीन दिन होगी भारी बारिश, कई स्थानों पर बाढ़ आने की चेतावनी

शनिवार को डलहौजी में 13 शिमला में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। उधर छोटा शिमला स्थित मजीठा हाउस में नए सिरे से बसे उद्योग विभाग के निदेशालय पर खतरा मंडरा रहा है। लगातार हो रहे भूमि कटाव के कारण निदेशालय के एक हिस्से को खाली करवा दिया गया है। प्रदेश को भारी वर्षा से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। अगले तीन दिन तक भारी वर्षा की संभावना है।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sun, 20 Aug 2023 06:50 AM (IST)
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प्रदेश में तीन दिन होगी भारी बारिश (file photo)
जागरण टीम, शिमला: हिमाचल प्रदेश को भारी वर्षा से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक प्रदेश में भारी वर्षा की संभावना जताई है। नदी-नालों में उफान की आशंका है। मौसम विभाग ने शनिवार को जारी पूर्वानुमान में 22 अगस्त तक चंबा, किन्नौर और लाहुल स्पीति को छोड़ नौ जिलों में आंधी और भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है। कई स्थानों पर बाढ़ आने की चेतावनी भी जारी की गई है।

प्रदेश में भारी वर्षा, बाढ़ व भूस्खलन से अब तक 8075.44 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। 338 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। 2173 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। शनिवार को डलहौजी में 13, शिमला में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। उधर छोटा शिमला स्थित मजीठा हाउस में नए सिरे से बसे उद्योग विभाग के निदेशालय पर खतरा मंडरा रहा है। लगातार हो रहे भूमि कटाव के कारण निदेशालय के एक हिस्से को खाली करवा दिया गया है।

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मंड क्षेत्र से अब तक निकाले 2209 लोग

कांगड़ा जिला इंदौरा के मंड क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित लोगों को निकालने का अभियान शनिवार को भी जारी रहा। अब तक 2209 लोगों को निकाला जा चुका है। पठानकोट-मंडी फोरलेन के निर्माण कार्य से कांगड़ा जिले में 32 मील के पास लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं।

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शनिवार सुबह पांच से 10 बजे तक यह मार्ग दलदल के कारण बंद रहा। इसी बीच प्रदेश सरकार ने मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों व शिमला शहर में हुई तबाही के कारणों और उसके प्रभाव को जांचने के लिए कमेटी का गठन किया गया है।

इस संबंध में राजस्व विभाग के प्रधान सचिव ओंकार शर्मा ने शनिवार को अधिसूचना जारी की। कमेटी को एक सप्ताह में प्रारंभिक रिपोर्ट देने का निर्देश है।

छह दिन बाद पंडोह से कुल्लू को जोड़ा 

एनएचएआइ और मंडी जिला प्रशासन ने छह दिन बाद पंडोह से कुल्लू को जोड़ दिया है। शनिवार दोपहर बाद नगवाईं में फंसे 600 वाहनों को निकाला गया। कुल्लू से पंडोह-गोहर-चैलचौक-डडौर मार्ग पर छोटे व खाली वाहनों को भेजा जा रहा है।

पंडोह बांध के पास अस्थायी मार्ग बनाया है, वहां से सामान से लदे वाहनों की आवाजाही रविवार से शुरू होगी। वहीं, कोटरोपी में सात दिन से बंद मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार सायं पांच बजे बहाल हो गया। अभी यहां से छोटे वाहन जाएंगे। पहले यहां से सभी तरह के वाहन निकालने की अनुमति दे दी थी, लेकिन एक वाहन के फंसने के कारण यहां से अब छोटे वाहन ही गुजरेंगे।

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