हिमाचल में 27 नवंबर तक सूखे से राहत मिलने की उम्मीद, IMD ने जताई बारिश और बर्फबारी की संभावना
हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 23 से 27 नवंबर तक प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश की संभावना है। इससे सूखे से राहत मिलने की उम्मीद है। इससे रेल और सड़क यातायात पर प्रभाव पड़ सकता है। पहले 22 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना जताई गई थी। इन दिनों शिमला से अधिक ठंड मैदानी इलाकों में पड़ रही है।
राज्य ब्यूरो, शिमला। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 23 से 27 नवंबर तक प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हिमपात व वर्षा की संभावना जताई है। इससे सूखे से राहत मिलने की उम्मीद है। पहले 22 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना जताई गई थी। मौसम विभाग ने 20 से 22 नवंबर तक मंडी, बिलासपुर व ऊना में कोहरा पड़ने की चेतावनी दी है। इससे रेल व सड़क यातायात पर प्रभाव पड़ सकता है।
मैदानी इलाकों में पड़ रही शिमला से अधिक ठंड
इन दिनों शिमला से अधिक ठंड सुबह और शाम मैदानी क्षेत्रों में पड़ रही है। शिमला में न्यूनतम तापमान आठ, ऊना में 5.8, सुंदरनगर में 6.6, सोलन में 5.4, कांगड़ा में सात, मंडी में 7.8 व हमीरपुर में 7.4 दर्ज किया है। आने वाले दिनों में न्यूनतम व अधिकतम तापमान में गिरावट आने का अनुमान है।
प्रमुख शहरों का तापमान
स्थान | न्यूनतम | अधिकतम |
शिमला | 8.0 | 17.3 |
सुंदरनगर | .6.6 | 25.6 |
भुंतर | 3.2 | 24.6 |
कल्पा | 0.4 | 16.9 |
धर्मशाला |
9.0 | 23.2 |
ऊना |
5.8 | 28.0 |
नाहन |
10.3 | 21.9 |
केलंग |
-2.3 | 12.1 |
सोलन |
5.4 | 20.0 |
प्रदेश में वायु गुणवत्ता सूचकांक
शहर |
एक्यूआई |
शिमला |
59 |
धर्मशाला |
69 |
मनाली |
31 |
सुंदरनगर |
49 |
ऊना |
83 |
परवाणू |
92 |
पांवटा साहिब |
111 |
कालाअंब |
109 |
बद्दी |
273 |
नालागढ़ |
107 |
शिमला में सूखे जैसे हालात
शिमला में पिछले 2 महीने से बारिश नहीं होने के कारण सूखे जैसे हालात बने हुए है। जिला के किसानों बागवानों को बारिश का इंतजार हैं। बारिश नहीं होने के कारण जमीन में नमी लगभग समाप्त हो चुकी है। नमी नहीं होने के कारण किसान जहां सर्दियों के दौरान उगाई जाने वाली फसलों की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर बागवान भी परेशान है। बागीचों में सर्दियों में होने वाले कार्य फिलहाल रुके हुए है।यह भी पढ़ें- Himachal News: धर्मशाला में 10 दिन बारिश नहीं हुई तो हो जाएगा पानी का संकट, सूखने लगे पेयजल के स्रोत
धर्मशाला में अगर 10 दिनों में बारिश नहीं हुई तो...
धर्मशाला में अगर दस दिन तक वर्षा नहीं हुई तो पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हो जाएंगी। दो माह से वर्षा नहीं हुई है और इस कारण जल विद्युत परियोजनाओं में उत्पादन कम हो गया है। मौसम विभाग ने बीते सप्ताह वर्षा को लेकर पूर्वानुमान जारी किया था, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं।यह भी पढ़ें- बारिश नहीं होने से शिमला में फिर से सूखे जैसे हालात, किसानों की बढ़ी चिंता; बागवान भी परेशान
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