Move to Jagran APP

HRTC के रिटायर्ड कर्मचारियों को अब तक नहीं मिली पेंशन, दीपावली तक का किया गया था वादा

हिमाचल पथ परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 6 नवंबर तक पेंशन नहीं मिल पाई है। निगम ने भैया दूज और दिवाली पर रिकॉर्ड कमाई की लेकिन अपने सेवानिवृत्त कर्मियों को पेंशन नहीं दे पा रहा है। सरकार से मिलने वाली ग्रांट में कमी और बढ़ते खर्चों के कारण यह संकट पैदा हुआ है। निगम प्रबंधन ने अतिरिक्त बजट की मांग की है।

By Anil Thakur Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 06 Nov 2024 09:34 PM (IST)
Hero Image
HRTC के रिटायर्ड कर्मचारियों की अभी भी नहीं मिली पेंशन (जागरण फोटो)
राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम से सेवानिवृत कर्मचारियों को 6 नवंबर को भी पेंशन नहीं मिल पाई है। निगम ने भैया दूज व दीपावली के मौके पर रिकॉर्ड कमाई तो की, लेकिन अपने सेवानिवृत कर्मियों को पेंशन नहीं दे पा रहा है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि निगम के पास पैसा नहीं है।

इस महीने एचआरटीसी को सरकार से जो पैसा आना चाहिए था वो पूरी तरह से नहीं मिल पाया। सरकार ने एचआरटीसी को पहले 60 करोड़ की ग्रांट जारी की। निगम ने 5 करोड़ की अतिरिक्त ग्रांट मांगी। इसमें से केवल 3 करोड़ ही जारी किया गया।

निगम प्रबंधन ने 2 करोड़ का अतिरिक्त बजट मांगा है। कम राशि मिलने पर निगम केवल वेतन का ही खर्चा निकल पाया और निगम ने अपने कर्मचारियों को वेतन की अदायगी पहले ही कर दी है।

राज्य सरकार ने सभी पेंशनरों को दीपावली से पहले 28 तारीख को ही पेंशन देने का वायदा किया था। लेकिन 28 अक्टूबर तो दूर 6 नवंबर को भी पेंशन नहीं मिल पाई है।

हर महीने वेतन के लिए खर्च होते हैं 45 करोड़

निगम प्रबंधन के अनुसार हर महीने 45 करोड़ रुपए वेतन पर खर्च होता है। इसके अलावा 21 करोड़ पेंशन पर जाता है। एचआरटीसी में 7 हजार पेंशनर हैं। 45 करोड़ का खर्च डीजल पर होता हे। 8 करोड़ की किश्त व कलपूर्जों की खरीद पर खर्च होते हैं।

यह भी पढ़ें- संजौली मस्जिद में तोड़फोड़ पर लगेगी रोक? जिला कोर्ट में हुई सुनवाई, मुस्लिम पक्ष ने दर्ज की अपील

निगम के पास जो पैसा था और उसने जो कमाई पिछले महीने की है उससे टायर का खर्चा, तेल का खर्चा और स्पेयर पार्ट आदि का खर्चा हो गया है जिस वजह से उसके पास पैसा नहीं बचा। निगम ने सरकार से 65 से 70 करोड़ रूपए की डिमांड की थी।

क्योंकि निगम सरकार के लिए सामाजिक सरोकार के दायित्व का निर्वहन कर रहा है। लेकिन केवल 63 करोड़ ही मिला है। एचआरटीसी ने अपनी आमदनी को बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं जिसका थोड़ा असर दिख रहा है। बावजूद इसके हर महीने सरकार से ग्रांट मांगनी पड़ती है।

सरकार से अतिरिक्त ग्रांट मांगी गई है। जल्द ही पेंशन की अदायगी कर दी जाएगी।

-रोहन चंद ठाकुर, निगम प्रबंध निदेशक 

यह भी पढ़ें- हिमाचल में कांग्रेस की सभी प्रदेश, जिला और ब्लॉक इकाइयां तत्काल प्रभाव से भंग, नए सिरे से होगा गठन

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।