Himachal Weather Update: कहीं खिलेगी धूप तो कहीं छाएं रहेंगे बादल, प्रदेश में आज ऐसा रहेगा मौसम का हाल
Himachal Weather Update हिमाचल प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ गया है लेकिन इसके बाद भी कई क्षेत्रों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है। प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर धूप के खिली रहेगी। हालांकि कुछ जगह बादल छाने और हल्की बारिश की संभावना भी जताई गई है। 24 सितंबर को प्रदेश में मानसून की विदाई होगी। तब तक कई स्थानों पर हल्की-हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sat, 09 Sep 2023 08:14 AM (IST)
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश (Rain in Himachal) ने सबसे अधिक तबाही मचाई है। भारी बारिश (Heavy Rain), बाढ़ (Flood) और भूस्खलन (Landslide) होने से सैंकड़ों लोगों की जान चली गई। प्रदेश करोड़ों के नुकसान की मार झेल रहा है। वहीं, अब प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ गया है, लेकिन इसके बाद भी कई क्षेत्रों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है।
कहीं खिलेगी धूप तो कहीं छाएं रहेंगे बादल
प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर धूप के खिली रहेगी। हालांकि कुछ जगह बादल छाने और हल्की बारिश की संभावना भी जताई गई है। जानकारी के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में मानसून (Monsoon in Himachal) को पूरी तरह से जाने में समय लगेगा। मौसम विभाग (Weather Forecast) से मिली जानकारी के मुताबिक, 24 सितंबर को प्रदेश में मानसून की विदाई होगी। तब तक कई स्थानों पर हल्की-हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
अगले पांच से छह दिनों में बारिश की संभावना नहीं
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में अगले पांच से छह दिनों में बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, अधिकतर स्थानों पर बादल छाए रहेंगे, जबिक कुछ जगहों पर धूप खिली रहेगी। बीते दिनों शिमला में अधिकतम तापमान 23 जबकि न्यूनतम तापमान 16 रहा। ऊना में अधिकतम तापमान 37 और न्यूनतम तापमान 22 रहा। कांगड़ा में अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा।यह भी पढ़ें- Himachal Rains: 417 मौतें, 10896 मकान ध्वस्त; 8677 करोड़ का नुकसान… हिमाचल को गहरे जख्म दे गया बारिश का कहर
408 लोगों की गई जान
24 जून से 6 सितंबर तक 408 लोग इन मानसूनी सीजन की मार झेल चुके हैं और अपनी जान गवां बैठे है। प्राकृतिक आपदा के चलते 2 हजार 558 घर ढह गए हैं। जबकि, 10891 घरों को आंशिक क्षति हुई है। इसके साथ ही राज्य में भूस्खलन और अचानक बाढ़ जैसी कई समस्याओं के कारण लोगों और मवेशियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।यह भी पढ़ें- Sanatan Dharma Row: I.N.D.I.A. पर जमकर बरसे पूर्व CM जयराम, बोले- सनातन धर्म को जानबूझकर किया जा रहा है टारगेट
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