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Himachal Road Accident: 1870 हादसे, 729 मौत... हिमाचल में चौंकाने वाले हैं सड़क दुर्घटना के आंकड़े

Himachal दुर्घटनाओं के आंकडों से यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि इसका सबसे बड़ा कारण तेज गति व लापरवाही से वाहन चलाना है। तेज रफ्तार व लापरवाही से वाहन चलाने पर कुल 550 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। हिमाचल में इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर 2023 तक हिमाचल प्रदेश में हुई सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में 1870 दुर्घटनाएं हुई हैं।

By narveda kaundalEdited By: Prince SharmaUpdated: Thu, 23 Nov 2023 06:30 AM (IST)
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Himachal में 1870 दुर्घटनाएं हुई हैं जिसमें 729 लोगों ने अपनी जान गवाई हैं (संकेतात्मक चित्र)
जागरण संवाददाता, शिमला। परिवहन विभाग हिमाचल प्रदेश सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर व यातायात नियमों को लेकर गंभीर है। आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाएं चिंता का विषय है। इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर 2023 तक हिमाचल प्रदेश में हुई सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में 1870 दुर्घटनाएं हुई हैं जिसमें 729 लोगों ने अपनी जान गवाई और 4814 लोग घायल हुए हैं।

लापरवाही के चलते 327 दुर्घटनाएं

दुर्घटनाओं के आंकडों से यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि इसका सबसे बड़ा कारण तेज गति व लापरवाही से वाहन चलाना है। तेज रफ्तार व लापरवाही से वाहन चलाने पर कुल 550 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। जिनमें तेज गति से वाहन चलाने पर 223 दुर्घटनाएं जबकि लापरवाही से वाहन चलाने पर 327 दुर्घटनाएं हुई है। प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा कम नहीं हो रहा है।

विभाग के सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ अधिकारियों का कहना है कि विभाग लगातार जागरूक कार्य आयोजित कर लोगों को सड़क सुरक्षा पर जागरूक कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी लोगों की अपनी गलतियों से सड़क हादसे हो रहे हैं। सड़क हादसोंमें हो रही मौतों की रोकथाम लगाने के लिए प्रदेश के लोगों को नियमों का पालन करना होगा।

अधिकारियों का कहना है कि विभाग प्रयास कर रहा है कि सड़क हादसों में मरने वालों व घायलों की बढ़ती संख्या में कमी ला सकें। लेकिन यह तभी संभव हो सकेगा जब जन साधारण अपना सहयोग देगा।

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10 दिनों तक प्रदेश में चलेंगे सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान 

परिवहन विभाग की ओर से प्रदेश को दुर्घटना मुक्त राज्य बनाने के लिए 20 नवंबर से 30 नवंबर तक 10 दिनों का सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत पूरे राज्य में नुक्कड़ नाटकों तथा सभी कॉलेजों और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों की ओर से सड़क सुरक्षा की गतिविधियां की जा रही हैं। परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ समय-समय पर स्कूलों व कार्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करवाता है व साथ में हितधारक विभागों के लिए प्रशिक्षण कार्यशालाओं का भी आयोजन करता है।

परिवहन विभाग ने नई पहल चलाई 

प्रदेश में बढ़ते सड़क हादसों की रोकथाम के लिए परिवहन विभाग ने एक नई पहल की है जिसके अंतर्गत अब नेश्नल हाईवे पर सड़क किनारे बनी दुकानें, होटलों पर पहुंचकर लोगों को जागरूक करेगा और हादसे में होने वाले घायलों की मदद करने के लिए प्रेरित करेगा। इस पहल के अंतर्गत 21 से 30 नवंबर तक विभाग में एमएसडब्ल्यू (मास्टर ऑफ सोशल वर्क) के प्रशिक्षु शिमला से परवाणु तक प्राथमिक चरण में लोगों को जागरूक करेंगे।

ऐसे कम हो सकते हैं हादसे

लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने और वाहन चलाते समय सावधानी बरतने व तेज गति व लापरवाही से गाड़ी न चलाने के लिए जागरूक किया जाएगा। दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेंट का प्रयोग करें तो यह दुर्घटनाएं कम हो सकती है। परिवहन विभाग की इस नई पहल से सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले व घायल होने वाले लोगों की संख्या में 10 प्रतिशत की कटौती ला सकते हैं। इसके लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है।

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