मुंबई को भाया शिमला का सेब, बागवानों के खिले चेहरे; जानें इस वर्ष कैसा रहा सेब कारोबार
हिमाचल में मुंबई के व्यापारियों के आने के बाद बागवान बहुत खुश हैं और हो भी क्यों न उन्हें अपने सेब के अब मनमाने दाम जो मिल रहे हैं।
By Babita kashyapEdited By: Updated: Fri, 30 Aug 2019 09:17 AM (IST)
शिमला, जेएनएन। पहाड़ी जिला शिमला का सेब मुंबई से पहुंचे आढ़तियों की पहली पसंद बना है। शिमला के सेब को सबसे ज्यादा दाम मुंबई की मंडी से आए आढ़तियों से ही मिल रहे हैं। मंडी में मिल रहे दाम से बागवान खुश हैं। बाहरी राज्यों की मंडी में शिमला के सेब की जबरदस्त डिमांड बढ़ गई है।
मुंबई के व्यापारियों के आने के बाद से बागवानों को पिछले सप्ताह के मुकाबले अच्छे दाम मिलने लगे हैं। वीरवार को भट्टाकुफर फल मंडी में मुंबई के आढ़तियों ने रेड रॉयल सेब की पेटियां 2200 और रॉयल की 2400 रुपये खरीदीं। आढ़तियों का तर्क है कि शिमला के सेब को काफी दिन रखा जा सकता है। यही कारण है कि मंडियों में इसकी मांग बढ़ गई है। हालांकि अभी तक आढ़ती मंडी की अव्यवस्था के कारण परेशान हैं। मंडी में जगह की कमी के कारण सेब लोड करने में समय अधिक लग रहा है। बावजूद इसके इस वर्ष सेब कारोबार अच्छा हुआ है।
50 से 60 हजार पेटी प्रतिदिन पहुंच रही फल मंडी
शिमला के भट्टाकुफर स्थित फल मंडी में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से 50 से 60 हजार पेटी फल मंडी पहुंच रही है। बाहरी राज्यों में मांग बढ़ने के कारण साथ के साथ सेब बिक भी रहा है। मंडी में वीरवार को रेड गोल्डन सेब की 25 किलो की पेटी 2000 से 2200 रुपये तक बिकी। जबकि रॉयल की प्रति पेटी का भाव 2200 से 2400 रुपये रहा।
शिमला के सेब को बाहरी मंडियों में बेचने के लिए वह यहां पहुंचे हैं। मुंबई में सेब की मांग में बढ़ोतरी हुई है। अभी सीजन आधा निकला है उम्मीद है कि आने वाला सीजन भी अच्छा रहेगा।
-अब्दुल सुभान, व्यापारी महाराष्ट्र।
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सेब सीजन जोर पकड़ चुका है। दाम भी अच्छे मिल रहे हैं। साफ मौसम में फसल मंडी पहुंच जाए तो बागवानों को बेहतर दाम मिल सकते हैं। बाढ़ के बाद हालात सुधर रहे हैं, अब देश की अन्य मंडियों में भी सेब की डिमांड बढ़ रही है। इससे अच्छे दाम मिलने की संभावना है।
-हरीश ठाकुर, अध्यक्ष आढ़ती एसोसिएशन
शिमला मंडी में दूसरी मंडियों की तुलना में बागवानों को अच्छा दाम मिल रहा है। सेब की क्वालिटी पर ही
रेट निर्भर करता है। -दीपक दीवान, बागवान कोटखाई।हिमाचल की अन्य खबरें पढऩे के लिए यहां क्लिक करें
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