फेसबुक पर अधिकारियों के खिलाफ टिप्पणी करना पर भारी, HRTC ने आरोपी ड्राइवर को किया बर्खास्त
हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) ने एक चालक को ड्यूटी के दौरान फेसबुक का इस्तेमाल करने और इंटरनेट मीडिया पर निगम के अधिकारियों के खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया है। चालक ने अपने फेसबुक पेज पर निगम के अधिकारियों के खिलाफ कई तरह की टिप्पणियां की थीं। निगम प्रबंधन ने उसे पहले निलंबित किया था।
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम ने चालक रविंद्र सिंह को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। रविंद्र सिंह एचआरटीसी के संसारपुर टैरेस यूनिट में चालक के पद पर कार्यरत था।
चालक रविंद्र सिंह पर डयूटी के समय फेसबुक का प्रयोग करने व इंटरनेट मीडिया पर निगम के अधिकारियों के प्रति गलत शब्दों का प्रयोग करने, अपने कर्तव्य के प्रति कर्तव्य परायण न रहने के कथित आरोप लगे थे।
निगम के अधिकारियों के खिलाफ की थी टिप्पणी
रविंद्र सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर निगम के अधिकारियों के खिलाफ कई तरह की टिप्पणियां की थी। प्रबंधन ने इसी को आधार बनाते हुए उसे नौकरी से बर्खास्त किया है। एचआरटीसी के उप मंडलीय प्रबंधक (देहरा व संसारपुर टैरेस) कुशल कुमार की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है।
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उक्त चालक को पहले निगम प्रबंधन ने निलंबित किया था। चालक रविंद्र सिंह को निगम प्रबंधन की ओर से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। जिसके बाद उसने रजिस्टरी के माध्यम से अपने जवाब की प्रति निगम प्रबंधन को भेजी।
इसके बाद उसे अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया। 30 सितंबर को उसने अपना जवाब दायर किया, जिसमें वह ये साबित नहीं कर पाया कि उसने यह टिप्पणियां क्यों की थी।
हैक हो गया था फेसबुक अकाउंट: चालक
चालक ने कहा कि उसकी फेसबुक हैक हो गया था, इस पर जब पूछा गया कि उसने इसकी एफआईआर क्यों नहीं करवाई तो इसका जवाब वह नहीं दे सका। जवाब असंतुष्ट होने के बाद प्रबंधन ने उसे डिसमिस कर दिया है।
इस आदेश के बाद उसे केवल निलंबन व बर्खास्तगी के बीच के वित्तीय लाभ ही मिलेंगे। इसके अलावा किसी भी वित्तीय लाभ के लिए वह पात्र नहीं होगा।
क्या लिखा था फेसबुक पर?
हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम ने चालक रविंद्र सिंह के फेसबुक अकाउंट से पोस्ट शेयर कर लिखा गया था कि हमारे कर्मों में खोट नहीं है साहब इसलिए हम किसी से डरते नहीं हैं। खोट तो तुम्हारी नियत में है, इसलिए हम न तो आपकी इज्जत करते हैं और न ही आपका भरोसा करते हैं।
पोस्ट में आगे लिखा गया था कि भले ही जेल जाना पड़े या एनकाउंटर में मरना पड़े लेकिन तुम्हारे किए जुल्म का बदला बड़ी बेरहमी से लेंगे। पोस्ट में आगे सवाल करते हुए लिखा गया था कि 7825 की मशीन 32000 में, ढाई लाख की जमीन 6 करोड़ 72 लाख में, 400 की वर्दी 2736 में, ऐसे में मातम नहीं तो क्या जश्न मनाए?
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