Move to Jagran APP

15 नहीं...16 अगस्त को भारत के इस शहर में मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस, जाने क्यों है यहां का आजादी दिवस अलग

Independence Day 2023 हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से 30 किलोमीटर दूर बसा ठियोग शहर 16 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। यह भारत में एकमात्र ऐसा शहर है जिसका स्वतंत्रता दिवस भारत से अलग है। ठियोग में देश के पहले प्रजामंडल का गठन 1946 में ही हो गया था। जानिए इस शहर के अलग स्वतंत्रता दिवस होने की पूरी कहानी क्या है।

By Preeti GuptaEdited By: Preeti GuptaPublished: Wed, 16 Aug 2023 09:24 AM (IST)Updated: Wed, 16 Aug 2023 09:24 AM (IST)
Independence Day 2023: 16 अगस्त को भारत के इस शहर में मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Independence Day 2023: पूरा भारत आजादी के अमृत महोत्सव में सरोबर है क्योंकि हम अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। 200 वर्षों से अधिक अंग्रेजों के शासन के बाद भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी, लेकिन आपको जानकर बहुत ही हैरानी होगी कि हमारे ही देश में एक ऐसा शहर भी है जो 15 अगस्त को नहीं, बल्कि 16 अगस्त को आजाद हुआ था।

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से 30 किलोमीटर दूर बसा ठियोग शहर 16 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। वहां के स्थानीय लोग इसे रिहाली और जलसा के रूप में मनाते हैं। आइए जानते हैं क्या है इसकी पूरी कहानी।

राजाओं की सत्ता से सबसे पहले आजाद हुआ ठियोग

राजधानी शिमला की रियासत ठियोग शहर राजाओं की सत्ता से सबसे पहले आजाद हो गया था। ठियोग में देश के पहले प्रजामंडल का गठन 1946 में ही हो गया था। वहीं, 1947 में ठियोग के राजा करमचंद को अपनी गद्दी छोड़नी पड़ी थी। दरअसल, ठियोग की जनता अपने राजा के प्रति मुखर हो गई थी और उन्होंने राजा की सत्ता को खत्म करने के लिए विरोध जताया था।

सबसे पहले हुई लोकतंत्र की बहाली

राजा करमचंद के बासा महल के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई थी और उनके विरोध को देखते हुए उन्होंने अपनी राजगद्दी को छोड़ दिया था। करमचंद के गद्दी छोड़ते ही यहां पर सबसे पहले लोकतंत्र की बहाली हो गई थी। आजाद भारत में जनता की चुनी हुई पहली सरकार 16 अगस्त 1947 को ठियोग बनी थी।

सूरत रामप्रकाश बने थे ठियोग के पहले प्रधानमंत्री

प्रजामंडल के सूरत रामप्रकाश ठियोग के प्रधानमंत्री बने थे और उन्होंने यहां पर आजाद भारत में सबसे पहले लोकतांत्रिक शासन किया था। उनके साथ आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। जिसमें गृहमंत्री का पद बुद्धि राम वर्मा और शिक्षा मंत्री का पद सीताराम वर्मा को मिला था। यही वजह है कि यहां पर प्रशासन सरकारी तौर पर 16 अगस्त को आजादी का कार्यक्रम आयोजित करता है।

पोटेटो ग्राउंड में मनाया जाता है आजादी दिवस

ठियोग में लोकतांत्रिक शासन की बहाली होने के बाद हर साल पोटेटो ग्राउंड में स्थानीय लोग आजादी दिवस मनाते हैं। इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा खेलकूद के मुकाबलों का भी आयोजन किया जाता है।

इसी शहर में सबसे पहले बना प्रजामंडल

जानकारी के मुताबिक देश में पहला प्रजामंडल ठियोग में बना। ठियोग से पहले देश में कहीं भी प्रजामंडल और ना ही किसी मिनिस्ट्री का गठन हुआ था।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.